आसनसोल । पूर्व रेलवे ने मंगलवार आसनसोल में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर की उपस्थिति में आसनसोल और मालदा मंडल नेटवर्क पर सांसदों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की। मंडल समिति की बैठक में मालदा और आसनसोल मंडल नेटवर्क के भीतर विभिन्न प्रमुख मुद्दों और विकासमूलक पहलों पर चर्चा की गई। इस बैठक में पूर्व रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष अर्थात मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), प्रधान मुख्य इंजीनियर, प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण-आरएसपी), प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर, प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, आईजी-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त तथा पूर्व रेलवे के आसनसोल एवं मालदा मंडलों के मंडल रेल प्रबंधक और उप महाप्रबंधक (सामान्य)/पूर्व रेलवे भी उपस्थित थे।
इस उच्च स्तरीय बैठक में सांसद शत्रुघन प्रसाद सिन्हा खलीलुर रहमान, गिरिधारी यादव, खगेन मुर्मू, सांसद, डॉ. सरफराज अहमद, नलिन सोरेन उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि इस बैठक में मालदा एवं आसनसोल मंडल के रेल नेटवर्क में अपने अधिकार क्षेत्र वाले अन्य संसद सदस्यों अर्थात कीर्ति आजाद झा,शताब्दी रॉय, अरुण भारती, चंद्र प्रकाश चौधरी, दुलु महतो, डॉ. निशिकांत दुबे, अन्नपूर्णा देवी एवं महिला और बाल विकास मंत्री, ईशा खान चौधरीमाननीय सांसद, अजय कुमार मंडल – माननीय सांसद के प्रतिनिधिगण एवं श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं पंचायती राज, मत्स्यपालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे। सांसदों और सांसदों के विभिन्न प्रतिनिधियों का स्वागत पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर ने किया। सांसद शस्त्रों प्रसाद सिन्हा को रेलवे में सर्वांगीण विकास, यात्री सुख-सुविधाओं एवं अन्य सुविधाओं के साथ-साथ आसनसोल और मालदा मंडल में रेल अवसंरचना के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक का अध्यक्ष (अध्यक्ष) चुना गया। इसी क्रम में बैठक में मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल और मंडल रेल प्रबंधक/मालदा ने माननीय सांसदों को हाल ही में किए गए कार्यों जैसे स्टेशन पुनर्विकास कार्य, अमृत स्टेशन योजना के तहत विभिन्न स्टेशनों के विकास की प्रगति, जसीडीह और मधुपुर में बाईपास लाइन का निर्माण, विभिन्न स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर की स्थापना, विभिन्न स्टेशनों पर कोच इंडिकेशन बोर्ड और ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड का प्रावधान, नए ऊपरी पैदल पुल (एफओबी) का निर्माण और एफओबी का विस्तार, प्लेटफॉर्म की सतह में सुधार, लंबी दूरी की ट्रेनों को एलएचबी रेक में परिवर्तित करना और अन्य यात्री अनुकूल पहलों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर बोलते हुए माननीय सांसद, श्री शत्रुघन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेल विकसित भारत की अवधारणा को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि पूर्व रेलवे को स्थानीय मांगों को पूरा करने के लिए थोड़ी और पहल करके इस दिशा में काम करना चाहिए, साथ ही यात्रियों के लिए भोजन कक्ष, एस्केलेटर आदि जैसी अधिक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। सांसद, खगेन मुर्मू ने यात्री सुविधाओं के संबंध में रेलवे की समग्र पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की और गौड़ एक्सप्रेस के मौजूदा एलएचबी रेक को एलएचबी कोच के उन्नत संस्करण से बदलने की सलाह दी। सांसद गिरिधारी यादव ने भागलपुर/जमालपुर क्षेत्र से दिल्ली के लिए और अधिक ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव रखा और मुंबई तथा बेंगलुरु के लिए भी अधिक ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया।
सांसद खलीलुर रहमान ने स्थानीय औद्योगिक इनपुट और माल की आवाजाही को आसान बनाने के लिए क्रमश: धुलियान-गंगा और सुजनीपारा क्षेत्र में एक-एक ऊपरी सड़क पुलों (आरओबी) के निर्माण का अनुरोध किया। माननीय सांसद, श्री सरफराज अहमद ने हावड़ा-गया वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्ग में परिवर्तन करने और हावड़ा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस के गिरिडीह में ठहराव की मांग की।
नलिन सोरेन ने विद्यासागर स्टेशन पर हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस और कुछ अन्य ट्रेनों के ठहराव तथा दुमका-आसनसोल-गिरिडीह आदि के रास्ते नई ट्रेन सेवाएं शुरू करने की मांग की। बैठक के दौरान अन्य सांसदों के प्रतिनिधियों ने भी कोविड महामारी के दौरान रद्द की गई ट्रेनों को फिर से शुरू करने, विभिन्न स्टेशनों पर एस्केलेटर लगाने, विभिन्न ट्रेनों के शेड्यूल में बदलाव करने, विभिन्न स्टेशनों पर ठहराव समय को बढ़ाने आदि सहित विभिन्न मांगें उठाईं।आज की मंडल समिति की बैठक में माननीय सांसदों ने बुनियादी ढांचे में और सुधार तथा बेहतर सेवाओं तथा उन्नत यात्री सुख-सुविधाओं के बारे में अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया साझा की, जिसके लिए पूर्व रेलवे हमेशा समर्पित है। तकनीकी और आर्थिक व्यवहार्यता विश्लेषण के लिए पूर्व रेलवे द्वारा माननीय सांसदों के सभी सुझावों को स्वीकार कर लिया गया।
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर ने माननीय सांसदों को व्यवहार्यता विश्लेषण के आधार पर कार्यान्वयन के लिए उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। पूर्व रेलवे अतिरिक्त सुविधाएं और सुख-सुविधाएं सृजित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी तथा बैठक में माननीय सांसदों द्वारा उठाए गए विकास संबंधी मुद्दों का सक्षम प्राधिकारी/रेलवे बोर्ड के अनुमोदन पर अनुपालन करेगी।