आसनसोल । आसनसोल नगर निगम के तरफ से शुक्रवार कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती के अवसर पर रवींद्र भवन परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इससे पहले आसनसोल नगर निगम से एक शोभायात्रा भी निकाली गई। शोभायात्रा निगम से निकल कर जीटी रोड होकर रवीन्द्र भवन में आकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल थे जो पारंपरिक बंगाली परिधान में थे। शोभायात्रा में आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, उपमेयर वशिमुल हक, अभिजीत घटक, एमएमआईसी मानस दास, गुरुदास चटर्जी, सुब्रत अधिकारी के अलावा बोरो चेयरमैन, पार्बषद सहित ड़ी संख्या में आसनसोल नगर निगम के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। रवींद्र भवन में सभी ने कवि गुरु रविंद्र नाथ टैगोर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने रविंद्र नाथ टैगोर के जीवन और उनके कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कुछ महत्वपूर्ण बातें रखी। सभी ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर सिर्फ एक इंसान नहीं वह अपने आप में एक संस्था थे, जो हमेशा सिर्फ अपने आसपास के विकास के लिए नहीं सोचते थे। वह पूरे विश्व को अपना परिवार समझते थे और वह सब के विकास और सबके मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के बारे में सोचते थे। उन्होंने खुद को कभी किसी एक दायरे में नहीं समेटा। उन्होंने अपने आपको हमेशा बढ़ने दिया। अपनी भावनाओं को अपनी सोच को उन्होंने हमेशा विस्तृत किया और आज जब हम सभी एक सीमित सोच के दायरे में सिमटते जा रहे हैं। ऐसे में रवींद्रनाथ टैगोर का आदर्श हमारे लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर वह इंसान थे जिन्होंने भारत को विश्व मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाई जिसके लिए पूरा भारत उन्हें हमेशा नमन करता रहेगा।