आसनसोल । 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों के निर्माण हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भारत सरकार ने पलटवार किया और न केवल पाक अधिकृत कश्मीर बल्कि पाकिस्तानी भूखंड में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। भारत से संघर्ष विराम का अनुरोध किया। भारत जो हमेशा से युद्ध के बदले शांति का पक्षधर रहा है। उक्त बातें इस संबंध में फॉसबेक्की के उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता ने कहा कि सबसे पहले भारतीय सैनिकों के पराक्रम को सैल्यूट किया और कहा कि जिस तरह भारतीय सैनिकों ने सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर नहीं बल्कि पाकिस्तानी भूखंड में घुसकर पाकिस्तान की धरती पर पनप रहे आतंकी ठिकानों को बर्बाद किया। वह दिखाता है कि भारत के सैनिक कितने बहादुर हैं। उनके पराक्रम किस स्तर का है अगर वह चाहे तो पाकिस्तान को चुटकियों में धूल चटा सकते हैं, लेकिन इसलिए नहीं किया जा रहा है। ऐसा करने से पाकिस्तान में रहने वाले आम नागरिकों को भी परेशानी होगी। उनकी जान को भी खतरा हो सकता है। उनकी जान को भी खतरा हो सकता है। भारत कभी भी आम नागरिकों को परेशान करना या उनके जान माल को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहता। भारत के सैनिकों के पराक्रम की वजह से पाकिस्तान घुटनों पर आया और उसने संघर्ष विराम की अर्जी लगाई। विनोद गुप्ता ने कहा कि संघर्ष विराम निश्चित रूप से एक स्वागत योग्य पहल है। युद्ध से सबसे ज्यादा नुकसान निर्दोष लोगों का होता है। ऐसे में अगर युद्ध विराम होता है तो निर्दोष लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा हो सकेगी। हालांकि विनोद गुप्ता ने यह भी कहा कि भारतीय सैनिकों के पराक्रम को नमन करते हैं और उनको पूरा भरोसा है कि पाकिस्तान ने इसके बाद अगर फिर से कोई नापाक हरकत की तो इस बार भारतीय सैनिक वह कार्रवाई करेंगे की पाकिस्तान का अस्तित्व विश्व के नक्शे से मिट जाएगा।