आसनसोल। सोमवार तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासू ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव आते हुए एक संदेश दिया था। समझा जा रहा था कि वह पश्चिम बर्दवान के जिला टीएमसी अध्यक्ष और पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती से नाराज है। दासु ने भले नाम न लिया हो लेकिन उनकी बातों से राजनीतिक हलकों में यह कयास जरूर लगाए गए थे कि पश्चिम बर्दवान जिले में तृणमूल के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है। वहीं मंगलवार वी शिवदासन दासू ने जीटी रोड के किनारे आसनसोल बाजार स्थित तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया और तृणमूल के अंदर जो गुटबाजी की खबरें बाहर आ रही थी। उन पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ तब से हैं जब मुख्यमंत्री नहीं थी। वामपंथियों का शासन था और ममता बनर्जी को वामपंथियों के अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा था। उसे समय से वह ममता बनर्जी के साथ हैं और भविष्य में हमेशा ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल के साथ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि सोमवार उन्होंने सोशल मीडिया पर जो भी बातें कही थी। इसका मकसद यह नहीं था कि वह अपने जिला अध्यक्ष नरेंद्रनाथ से चक्रवर्ती के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती उम्र में और राजनीतिक अनुभव में उनसे छोटे हैं। लेकिन क्योंकि वह जिला अध्यक्ष है, इसलिए उनके नेतृत्व में पार्टी यहां पर संचालित होगी। दासू ने कहा कि नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती पार्टी के जिला अध्यक्ष बनने के काबिल हैं उनमें वह काबिलियत है। उन्होंने भी काफी जमीनी स्तर से राजनीति की है और वह भी उस समय से पार्टी के साथ हैं। जब यहां पर वामपंथियों का शासन हुआ करता था। दासू का कहना है कि जब वामपंथियों के शासनकाल में नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती पर हमला होता था तब वह रात के 2 बजे भी उनकी मदद के लिए जाते थे। क्योंकि नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती टीएमसी के एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है और उन्होंने भी पार्टी के लिए काफी संघर्ष किया है। दासू का कहना था कि जब वह पार्टी के जिला अध्यक्ष थे। तब उन्होंने नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती को ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति पत्र दिया था। इसलिए वह कभी भी ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती को कोई परेशानी हो। लेकिन एक वरिष्ठ टीएमसी नेता होने के नाते अगर वह समझते हैं कि कहीं पर बेहतरी की गुंजाइश है तो वह जरूर उसे तरफ पार्टी और पार्टी अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करेंगे। इसे अंदरूनी गुटबाजी न समझा जाए। उन्होंने मीडिया के एक हिस्से को भी यह सलाह दी कि वह बेवजह की सनसनी फैलाने के लिए इस तरह की खबरें न चलाएं क्योंकि यहां पर कोई अंदरूनी गुटबाजी नहीं है। पार्टी एक है और 2026 के विधानसभा चुनाव में इस जगह के सभी 9 सीटों पर टीएमसी का ही कब्जा होने वाला है। उन्होंने भाजपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को यह सोचकर खुश होने की कोई जरूरत नहीं है कि पश्चिम बर्दवान जिले में तृणमूल एकजुट नहीं है। उन्होंने कहा कि इस जिले में पार्टी बिल्कुल एक है और 2026 के विधानसभा चुनाव में पार्टी एक होकर ही चुनाव लड़ेगी और सभी 9 सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित की जाएगी। दासु ने कहा कि सभी पार्टियों में मतभेद होते हैं। लेकिन टीएमसी में कोई मनभेद नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश के साथ-साथ इस जिले में भी भाजपा में ऐसे कई नेता है जो सिर्फ कुछ पाने के लिए भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। उनके अंदर भाजपा के आदर्शों के प्रति कोई लगाव नहीं है। वह फर्जी भाजपाई है। उनको सिर्फ लगाव है तो सत्ता के आसपास रहने से और उनको यह लगता है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा बंगाल में चुनाव जीतने वाली है। इसलिए वह लोग कुछ ज्यादा ही उछल कूद मचा रहे हैं। लेकिन यह सब मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं, जो कभी पूरे नहीं होने वाले है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कभी भी सांप्रदायिक राजनीति या विभाजन की राजनीति कामयाब नहीं होती यहां पर लोग बेहद संजीदगी के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं और वह भाजपा की मंशा को कभी भी पूरा होने नहीं देंगे। उन्होंने साफ कहा कि पश्चिम बर्दवान जिले में पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। पार्टी एक है और आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को सभी 9 सीटों पर जीत हासिल होगी।