दलबदलुओं के लिए आसनसोल निगम चुनाव बन सकतें हैं टेढ़ी खीर
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम के चुनाव की घोषणा होते ही शिल्पांचल में राजनीतिक दलों और नेताओं की सरगर्मियां काफी बढ़ गई हैं। सभी नेताओं द्वारा टिकट के लिए कोशिश शुरु कर दी गई है। आज से ही आसनसोल के सेंट जोसेफ स्कूल में नामांकन के लिए फार्म वितरण शुरू हो चुका है। इस बार के चुनावों में टिकटों के लिए जिस तरह की उठापटक देखी जा रही है। वह इससे पहले किसी भी चुनाव में देखी नहीं गई थी। सूत्रों की माने तो आसनसोल नगर निगम के 29 नंबर वार्ड की पूर्व पार्षद कविता यादव ने इस बार फिर इसी वार्ड से टिकट के लिए जद्दोजहद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है वह अपने समर्थकों के साथ कोलकाता के लिए रवाना हो चुकी है। जहां वह अपने समर्थकों के साथ कोलकाता में मलय घटक के आवासीय कार्यालय में टीएमसी में शामिल हो जाएंगी। वहीं 29 नंबर वार्ड के पुराने टीएमसी कर्मियों में इस स्थिति को लेकर कशमकश की अवस्था है। टीएमसी के जो पुराने कर्मी समर्थक थे जिनको इसबार के चुनाव में इस वार्ड से टिकट मिलने की आशा थी उनके मन में अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं। उनको लगने लगा कि शायद चुनाव से पहले कुछ दलबदलुओं के कारण इनका पत्ता कट सकता है। लेकिन अगर आम जनता की मानें तो इनकी इस मामले में कुछ और ही राय है। पिछले कुछ समय से राज्य राजनीति में चल रहे घटनाक्रमों को देखकर जनता उब चुकी है। इनको समझ आ गया है कि चुनाव से पहले जो नेता दल बदलते हैं उनका नए दल के आदर्शों या जनता की भलाई से कोई सरोकार नहीं होता । उनको मतलब रहता है तो सिर्फ अपने फायदे से उनकी समझ में यह बात आ चुकी है कि बदलते मौसम के साथ दल बदलना इन नेताओं की फितरत है। शायद यही वजह है कि अब जनता ने चुपचाप यह मन बना लिया है कि आने वाले निकाय चुनाव में किसी भी दलबदलु का समर्थन नहीं करेंगे । अब देखना यह है कि जनता की नब्ज समझने का दावा करने वाली राजनीतिक पार्टीयों को जनता के मन की यह बात समझ में आती है या नहीं।