आसनसोल माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ की वार्षिक आम सभा
आसनसोल । आसनसोल माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ की वार्षिक सभा में शामिल हुए राज्य के कानून सह श्रम मंत्री मलय घटक। इस मौके पर अपना वक्तव्य रखते हुए मलय घटक ने कहा कि आसनसोल एक कोयलांचल है। आसनसोल और इसके आसपास के इलाकों में काफी खदानें हैं। इस वजह से यहां रहने वाले लोगों की शारीरिक परेशानियां अन्य इलाकों के लोगों की शारीरिक परेशानियों से थोड़ी अलग है। इसी चीज को मद्देनजर रखते हुए माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ का गठन किया गया था। बीच में माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ की अवस्था काफी खराब हो गई थी। लेकिन 2011 में जब से राज्य की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संभाली है। तब से माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ का कायाकल्प किया गया है। रेलपार में भी इसका एक विभाग खोला गया है। उन्होंने बताया कि पहले माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ पानी की जांच, खाद्य पदार्थों की जांच उनका सैंपल लेना यह सब कार्य किया करता था। लेकिन अब सिर्फ पानी की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि इसमें भी कुछ ऐसे नियम हैं जिनका पूरी तरह से पालन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में नहीं किया जा पाता। लेकिन उन्होंने कहा कि यह कोशिश जारी है कि आसनसोल माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ उसके पुराने इतिहास में फिर से वापस लौट आया जाए। इसके लिए उन्होंने इस संस्थान के कर्मचारियों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह कोशिश की जा रही है कि यहां की जो लेबोरेटरी है। उसको राष्ट्रीय लेबोरेटरी के साथ जोड़ा जाए ताकि यहां पर भी उस तरह की आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हो जो अन्य जगहों पर मिलती हैं। वहीं आर्थिक मुद्दे पर भी उन्होंने कहा कि इस संस्थान को ईसीएल से जो पैसा मिलता है। वह काफी नहीं है लेकिन फिर भी सीमित संसाधनों के बीच ही काम करने की कोशिश की जा रही है।