काजी नजरुल इस्लाम जैसे महान विभूतियों के आदर्शों पर अपने जीवन को गढ़ना होगा – बिधान उपाध्याय
आसनसोल। विद्रोही कवि काजी नजरुल इस्लाम की जयंती पर शुक्रवार आसनसोल नगर निगम की ओर से आश्रम मोड़ के पास उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर निगम के मेयर बिधान उपाध्याय, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, उपमेयर वशीमुल हक, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, मानस दास, पार्षद श्रावणी मंडल, मौसमी विश्वास, ज्योतिर्मय कर्मकार, कल्लोल राय, महेश भगत सहित आसनसोल नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने काजी नजरुल इस्लाम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मेयर विधान उपाध्याय ने कहा कि काजी नजरुल इस्लाम का भारत के आजादी के संग्राम में बहुत बड़ा योगदान है। उनकी लिखने में इतना जोर था कि अंग्रेज उनसे खौफ खाते थे। इसके साथ ही उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से सांप्रदायिक सौहार्द की भी बात कही। यह हमारा सौभाग्य है कि वह इसी धरती पर जन्मे थे। वह शिल्पांचल के ही लाल थे और आज जब फिरका परस्त ताकते ताकतवर हो रही हैं तो हमें काजी नजरुल इस्लाम जैसे महान विभूतियों के आदर्शों पर अपने जीवन को गढ़ना होगा। ताकि कोई भी हमें अलग न कर सके। साथ ही देश प्रेम कि जो शिक्षा काजी नजरुल इस्लाम के साहित्य से हमें मिलती है। हमें उसका भी अनुसरण करना चाहिए।