श्री शिव महापुराण कथा के तीसरे शिव पूजन की विधि पर हुआ प्रवचन
आसनसोल । नारायणी महिला शक्ति समिति द्वारा आसनसोल के रानीसती दादी मंदिर में 18 से 24 जुलाई तक श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है। कथा के तीसरे दिन गुरुवार कथावाचक पंडित संजय जी शास्त्री ने शिव पूजन की विधि को लेकर कथा वाचन किया। शिव पूजन कैसे किया जाता है, शिव पूजन करने की विधि क्या है, पार्थिव शिवलिंग की पूजा क्यों की जाती है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से क्या फल प्राप्त होता है। इन सब के बारे में उन्होंने विस्तार पूर्वक बताए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दूध मिश्री, धतूरा, रूद्र दुर्बा के चढ़ाने से देवाधिदेव से क्या फल प्राप्त होता है। इन सब के बारे में पंडित संजय शास्त्री बताए। इस पुराण में प्रमुख रूप से शिव-भक्ति और शिव-महिमा का प्रचार-प्रसार किया गया है। शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले एवं मनोवांछित फल देने वाले हैं। किन्तु ‘शिव पुराण’ में शिव के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए उनके रहन-सहन, विवाह और उनके पुत्रों की उत्पत्ति के विषय में विशेष रूप से बताया। मौके पर सैकड़ों भक्तों ने कथा को ध्यान से सुना। सनद रहे प्रत्येक दिन सुबह में इस पूरे धार्मिक कार्यक्रम में शिव अभिषेक किया जाता है। श्रद्धालु शिव अभिषेक में पहुंचकर लाभ का भागेदारी बनते है। मौके पर शशि अग्रवाल, मंजू शर्मा, पुष्पा माखरिया, मीरा खेमानी, इंद्रा सिंघानिया, सरिता संतोरिया, उषा शर्मा, आशा अग्रवाल, प्रेमा खेमानी, कविता अग्रवाल, बबिता अग्रवाल, पिंकी अग्रवाल, लक्ष्मी काछवाल, सरिता भोजगरिया, अनिता टिवरेवाल, सियाराम अग्रवाल, महेश शर्मा, सुरेन जालान, रतन दीवान, सुरेश भजगोरिया, आनंद अग्रवाल, अरविंद अग्रवाल, गोपाल सिंघानिया, श्याम सुंदर दारुका, पवन अग्रवाल, मोनू अग्रवाल, राहुल माखारिया, मोनू शर्मा, अशोक संतोरिया, नितेश जालूका सहित पूरे समिति के सदस्य मौजूद थे।