सवा लाख हनुमान चालीसा पाठ के 22 दिनों में 86 हजार 742 हुआ पाठ
आसनसोल । आसनसोल के बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास जीटी रोड स्थित महावीर स्थान मंदिर में महावीर स्थान सेवा समिति की ओर से बीते 4 जुलाई से सवा लाख हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हुआ है। मंदिर में लगातार 22 दिनों में महिला और पुरुषों ने कुल 86 हजार 742 पाठ हुआ है। जिसमें महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा पाठ की है। महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा ने बताया कि इस बार सावन के महीने में मलमास पड़ रहा है, जिसकी शुरुआत बीते 18 जुलाई से शुरू हुई है। इसका समापन 16 अगस्त को होगा। हिंदू धर्म में मलमास को बहुत खास माना जाता है। इसे अधिक मास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। यह विशेष महीना हर 3 साल में आता है। इस दौरान पूजा-पाठ का बहुत ज्यादा महत्व होता है। इस बार 19 साल बाद ऐसा संयोग बना है, जब मलमास सावन के महीने में आया है। इसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि अधिक मास के स्वामी भगवान विष्णु हैं और शिव जी को श्रावण मास का देवता कहा जाता है। ऐसे में इस बार मलमास में भगवान विष्णु के साथ शिव जी की भी कृपा प्राप्त होगी। मलमास में पूजा-पाठ, जप-तप का बड़ा महत्व है, लेकिन इस दौरान कुछ कामों को वर्जित भी किया गया। सावन के महीने के मंगलवार को हनुमानजी की साधना बड़ी फलदायी मानी जाती है। यह उपाय सारे कष्टों को दूर करता है और साथ ही ऐसा करने से भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। अगर बजरंग बली को प्रसन्न करना है और साथ ही शिव जी का आशीर्वाद पाना है तो श्रावण महीने में हनुमान जी का पूजन जरूर करना चाहिए।इस वर्ष सावन 58 दिनों का है। अरुण शर्मा ने बताया कि सावन में हनुमान चालीसा का पाठ करने से घर में सुख शांति, समृद्धि मिलती है। सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
मलमास में न करें ये काम मलमास के दौरान किसी प्रकार के शुभ कार्य जैसे- शादी-विवाह, मुंडन, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश, भूमि पूजन आदि वर्जित होते हैं। साथ ही मलमास में नए घर का निर्माण शुरू नहीं करना चाहिए। इस दौरान नया काम या व्यापार भी नहीं शुरू करना चाहिए। इसके अलावा अधिकमास के दौरान किसी व्रत की शुरुआत, व्रत उद्यापन, देव प्रतिष्ठा, वधू प्रवेश, भूमि की खरीदारी करने की भी मनाही की गई है।