सत्संग में दो चीज बाधा देती है, एक आंख दूसरा मन – राम मोहन जी महाराज
आसनसोल । एक सितंबर से 9 सितंबर तक आसनसोल के जीटी रोड स्थित बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास महावीर स्थान मंदिर परिसर में श्री राम कथा प्रवचन का आयोजन किया गया है। कथा व्यास श्री श्री राम मोहन जी महाराज इस 9 दिवसीय श्री राम कथा प्रवचन में कथा पाठ करेंगे। यह पाठ रोजाना शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक होगा। पहले दिन शुक्रवार सभी देवी देवताओं का एवं राम दरबार का आवाहन हुआ, जितने ऋषि मुनि, सरजू माता, अयोध्या नगरी, शिव पार्वती का भी आवाहन किया गया। कथावाचक राम मोहन जी ने पहले दिन शुक्रवार को राम कथा का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि सत्संग में दो चीज बाधा देती है। एक आंख दूसरा मन, आंख कहीं एक जगह नहीं टिकती, वैसे ही सत्संग में बैठा हुआ आदमी का मन भटकते रहता है। सत्संग में मन और आंख को स्थिर कर बैठना चाहिए। आप अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में पढाकर सनातन धर्म संस्कार उसे बच्चों से क्यों चाहते हैं। बच्चे मां-बाप का सेवा करे, आज्ञाकारी हो, बुढ़ापे का सहारा बने। इसके लिए आपने उसमें यह संस्कार डाला है क्या ? जैसा बीज बोएगा वैसा ही पेड़ होगा। उन्होंने कहा कि हर घर में 4 वेद, 6 शास्त्र, 18 पुराण इसको खरीद कर लाए। रोजाना इसकी पूजा करें। इसे 33 कोटी देवी देवताओं का फल घर बैठे मिलेगा। संभव हो तो इसका घर में एक छोटा सा मंदिर निर्माण कर सुबह शाम आरती करे। आप देखेंगे घर में कुछ ही समय में चमत्कारी ढंग से सुधार आएगी। उन्होंने और भी बात पर चर्चा की। वहीं उन्होंने कहा कि जो प्रवचन वे सुनाएंगे। अंतिम समय में प्रश्न उत्तर करेंगे। जो हमने प्रवचन किया। उसका कितना आपने समझा राम कथा सुनने से, उसपर प्रश्न उत्तर किया जाएगया। वहीं उन्होंने कहा कि शनिवार शाम से राम कथा चालू होगा। शुक्रवार को मुख्य यजमान अरुण शर्मा थे। आरती प्रेमचंद केसरी और संजय शर्मा ने की। विनोद केडिया और विकास केडिया ने बेदी की पूजा की। मौके पर वासुदेव शर्मा, महेश शर्मा, सज्जन भूत, प्रेमचंद केशरी, मुन्ना शर्मा, मुकेश शर्मा, विमल जालान, आनंद पारीक, अभिषेक केडिया, मनीष भगत, अभिषेक बर्मन, राजू शर्मा, संजय शर्मा, मुंशीलाल शर्मा, प्रकाश अग्रवाल, शशि दुबे, अक्षय शर्मा, अजीत शर्मा, राजकुमार केरवाल, निरंजन पंडित, जगदीश पंडित, श्याम पंडित, विद्यार्थी पंडित, बजरंग शर्मा, रौनक जालान, दीपक गुप्ता, आशीष भगत सहित सैकड़ों गण्यमान्य श्रद्धालु शामिल थे।