ऐसे लोगों को कास्ट सर्टिफिकेट मिल रहा है जो उसके हकदार नहीं है – जितेंद्र तिवारी
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार अपने गोधूली स्थित आवासीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल्ड ट्राइब के सर्टिफिकेट को लेकर कुछ गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब के लोगों को कास्ट सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। जिससे कि उनको विभिन्न सरकारी सुविधा प्राप्त हो सके। लेकिन बंगाल में बड़े पैमाने पर ऐसे लोगों को शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल्ड ट्राइब के कास्ट सर्टिफिकेट मिल रहे हैं जो अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति समुदाय के नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि आसनसोल इस गोरख धंधे का गढ़ बन गया है। यहां के एसडीओ कार्यालय से बड़े पैमाने पर धांधली के जरिए ऐसे लोगों को कास्ट सर्टिफिकेट मिल रहा है जो उसके हकदार नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के जरिए अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लोगों को कास्ट सर्टिफिकेट प्राप्त होने से वंचित किया जा रहा है और अन्य समुदाय के लोगों को यह सर्टिफिकेट प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अदालत ने भी इसका संज्ञान लिया है और कठोर आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता तथा अधिवक्ता तरुण ज्योति तिवारी के नेतृत्व में तपसिली उन्नयन परिषद के बैनर तले एक पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन दायर किया गया था। जिस पर अदालत ने संज्ञान लेते हुए यह मंतव्य किया है। उन्होंने कहा कि इस गोरख धंधे के खिलाफ भाजपा कानूनी पहल तो जरूर करेगी। लेकिन अगर देखा गया कि प्रशासन की तरफ से इस पर समुचित कार्रवाई नहीं की जा रही है तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी बीजेपी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बंगाल में कोयला चोरी, बालू चोरी, लोहा चोरी के साथ-साथ अब वंचित वर्ग के लोगों के अधिकारों की भी चोरी हो रही है।