देवभूमि उत्तराखंड में विशिष्ट सामजसेवी कृष्णा प्रसाद के तत्वावधान में हुए कई धार्मिक अनुष्ठान
आसनसोल । विशिष्ट समाज सेवी सह व्यवसायी कृष्णा प्रसाद इन दिनों देवभूमि उत्तराखंड के प्रवास पर हैं। वह उत्तराखंड से आसनसोल के प्रभु छठ घाट पर आने वाले छठव्रतियों में वितरित करने के लिए गंगा जल लाने के उद्देश्य से गए हैं। इसी के साथ वह वहां कई अन्य धार्मिक कर्मकांडों का भी आयोजन कर रहे हैं। मंगलवार शुभ धनतेरस के मौके पर कृष्णा प्रसाद ने अपने प्रिय शहर आसनसोल और उसके निवासियों के कल्याणार्थ तीर्थनगरी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा पूजन किया। अपनी मंशा के अनुसार उन्होंने शिल्पांचल वासियों के लिए तकरीबन 2500 लीटर गंगा जल योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से दुन एक्सप्रेस से रवाना कर दिया। जैसा कि हम सब जानते हैं कि कृष्णा प्रसाद के मन में संत समाज के लिए काफी सम्मान है। इसी की एक बानगी आज देखी गई। जब उनके द्वारा राधे कृष्ण मंदिर आनंदधाम तपोवन लक्षमण झुला ऋषिकेश में 1100 संतों के लिए भंडारे का आयोजन किया। देवभूमि उत्तराखंड में कृष्णा प्रसाद द्वारा किए जाने धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला यहीं नहीं रुका। उन्होंने हर की पौढ़ी, हरिद्वार में पूजा अर्चना की। वहीं ऋषिकेश के गंगा घाट से संध्या आरती में भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने ऋषिकेश में सैकड़ों जरुरतमंदों के बीच खाद्य पदार्थ का वितरण किया। अपने हर कार्य में भगवान का स्मरण करने वाले कृष्णा प्रसाद लक्ष्मण झुला ऋषिकेश में भजन संध्या का आयोजन करेंगे। कृष्णा प्रसाद के मन में ना सिर्फ इंसानों बल्कि पशु पक्षियों के लिए भी अपार स्नेह है। यही वजह है कि हरिद्वार में गौ माता और अन्य बेजुबान प्राणियों को फलाहार कराया गया। इस मौके पर कृष्णा प्रसाद ने कहा कि आज धनतेरस के पवित्र मौके पर पूरे दिन देवनागरी उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर कई धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। शाम को भी भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका मकसद है कि लोग जात पात धर्म के नाम पर एक दुसरे से नफरत करना छोड़ें और एक दुसरे से मिलजुलकर भाई चारे के साथ रहे।