देखो अपना देश और एक भारत श्रेष्ठ भारत की यात्रा 18 जनवरी से शुरू
आसनसोल । आसनसोल रेलवे स्टेशन के दो नंबर प्लेटफार्म स्थित फूड प्लाजा में आईआरसीटीसी की तरफ से एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया। मौके पर आईआरसीटीसी की तरफ से दीपांकर मान्ना, निखिल सोनार और चंद्रप्रभा ने पत्रकारों को संबोधित किया। दीपांकर मान्ना ने बताया कि देखो अपना देश और एक भारत श्रेष्ठ भारत भारत सरकार के ऐसे दो अभियान हैं, जिसके तहत भारत सरकार रेलवे के माध्यम से देश के लोगों को अपने देश की धरोहर और इतिहास से रूबरू कराने का प्रयास करती है। इसी कड़ी में अगले साल 18 जनवरी से बेतिया से एक यात्रा की शुरुआत की जा रही है। दो धाम के साथ दक्षिण भारत यात्रा के तहत बेतिया से यह यात्रा शुरू होगी जो 14 रात और 15 दिन की होगी। इसके तहत यात्री तिरुपति, बालाजी, रामनाथ स्वामी ज्योतिर्लिंग मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, जगन्नाथ पुरी धाम जैसे तीर्थ स्थान की यात्रा कर सकते हैं और वहां के समृद्ध इतिहास और हमारी सांस्कृतिक विरासत को देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि बेतिया से 18 जनवरी को यह यात्रा शुरू होगी जो भी यात्री इस यात्रा में सम्मिलित होना चाहते हैं। वह बेतिया के अलावा रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा जंक्शन, समस्तीपुर जंक्शन, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, पटना, बख्तियारपुर जंक्शन, क्यूल, जसीडीह, आसनसोल, बांकुड़ा, मेदिनीपुर, खड़गपुर या हिजली तथा बालेश्वर से इस ट्रेन पर चढ़ और उतर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जो की 8595 904077 है। इसके अलावा बुकिंग के लिए एक वेबसाइट www.irctctourism.com पर भी जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यह यात्रा तीन श्रेणियां में होगी। पहली श्रेणी इकोनॉमी क्लास है। इसके लिए हर यात्री के लिए 27535 रुपए लिए जाएंगे। इकोनॉमी क्लास में यात्रा करने वाले यात्रियों को स्लीपर क्लास की यात्रा उपलब्ध कराई जाएगी। नॉन एसी होटल में ठहराव, नॉन एसी स्थानीय परिवहन द्वारा यात्रियों को दर्शनीय स्थान पर घुमाया जाएगा। वहीं दूसरी श्रेणी स्टैंडर्ड क्लास की होगी। इसके लिए हर यात्री को 37500 देने होंगे। इसमें यात्रियों को 3 एसी रेल यात्रा की सुविधा मिलेगी। एसी होटल में ठहराव और नॉन एसी वाहनों से दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। तीसरी श्रेणी कंफर्ट क्लास की होगी इसके लिए हर यात्री से 51405 रुपए लिए जाएंगे और इसमें टु एसी रेल यात्रा एक होटल में ठहराव और एक वाहनों द्वारा ही दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को ट्रेनों में और बाहर भी सिर्फ शाकाहारी भोजन करवाया जाएगा। वहीं यात्रियों की सुविधा के लिए और सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी मौजूद रहेंगे और वही यात्री ट्रेनों पर चढ़ सकते हैं, जिनके टिकट कंफर्म हो जाएंगे। वहीं किसी भी चिकित्सा संबंधी आपातकाल से निपटने के लिए भी पूरी तैयारी की गई है यह यात्रा 1 फरवरी को समाप्त होगी।
















