अमरनाथ चटर्जी को 44 नंबर वार्ड से मिलेगी भारी बहुमत से जीत – अरुण शर्मा
आसनसोल । आसनसोल में जीटी रोड के किनारे स्थित महावीर स्थान मंदिर के महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा ने शिल्पांचल टुडे के पत्रकार परितोष सान्याल से हुई एक विशेष इंटरव्यू के दौरान बताया कि आसनसोल नगर निगम के 44 नंबर वार्ड से अमरनाथ चैटर्जी जैसा एक सीनियर नेता जो आसनसोल निगम में चेयरमैन, उपमेयर, प्रशासक रह चुके को टीएमसी प्रत्याशी बनाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह वार्ड काफी महत्वपूर्ण वार्ड है। ऐसे में अमरनाथ चैटर्जी जैसे एक हेवीवेट नेता के इस वार्ड से पार्षद बनने से इस वार्ड का चौमुखी विकास होगा। उन्होंने कहा कि बीते कई दशकों से इस वार्ड में निकासी, सड़क आदि की हालत काफी दयनीय थी। खासकर जलजमाव के कारण स्थिति काफी नारकीय हो जाती है। लेकिन पद्म तालाब से बड़ा नाला बन जाने से यह समस्या काफी हदतक कम हुई है। उन्होंने कहा कि चूकि यह बाजार का इलाका है। ऐसे में इस क्षेत्र में लगभग रोज ही दुकानदारों की संख्या बढ़ रही है। जिससे बाजार की हालत भी खराब हो रही है। इसके साथ ही बेतरतीबी से लटकते बिजली के तारों की समस्या को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखी। अरुण शर्मा ने कहा कि बाजार क्षेत्र की सबसे बड़ी जो समस्या है वह है पानी की। उन्होंने कहा कि आसनसोल के विभिन्न इलाकों में पानी की समस्या कम होने के बाद भी बाजार में अभी भी पानी की हालत काफी दयनीय है। उन्होंने 44 नंबर वार्ड से अमरनाथ चैटर्जी को खड़ा करने के लिए मंत्री मलय घटक को भी धन्यवाद दिया और कहा कि इस वार्ड के लोगों को मिलकर अमरनाथ चैटर्जी को भारी मतों से जीतवाना होगा। उन्होंने दावा किया कि 44 नंबर वार्ड में हर एक व्यक्ति अमरनाथ चैटर्जी को पहचानता है। 44 नंबर वार्ड बाजार इलाके में आने के कारण यहां भवन आदि के निर्माण को लेकर पहले कुछ समस्यायें थी। लेकिन एक भी ऐसा इंसान नहीं होगा जो यह कह सके कि उससे अमरनाथ चैटर्जी ने एक भी रुपया गैर कानूनी तरीके से लिया हो। उन्होंने विश्वास जताया कि अमरनाथ चैटर्जी के 44 नंबर वार्ड के पार्षद बनने से यहां भ्रष्टाचार खत्म होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमरनाथ चैटर्जी ने चेयरमैन रहते हुए टैक्स कम किया जिससे व्यापाईयों को काफी फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि रोजना अमरनाथ चैटर्जी के घर पर ढेर सारे लोगों का जमघट लगता है जो अपना कोई न कोई काम करवाने जाते है। सबको वह देखते हैं । जिनका काम हो सकता है उनका करते हैं जिनका नही हो सकता उनको समझाते हैं लेकिन सभी से अच्छे से मिलते है।