आसनसोल उत्तर के विधायक मलय घटक ने किया टीएमसी प्रत्याशियों के लिए प्रचार
आसनसोल । राज्य के कानून और लोक निर्माण विभाग के मंत्री मलय घटक ने शनिवार आसनसोल नगर निगम के 21 नंबर वार्ड की टीेएमसी प्रत्याशी श्रावणी मंडल, 23 नंबर वार्ड की टीेएमसी प्रत्याशी सीके रेशमा रामकृष्णन, 26 नम्बर वार्ड के प्रत्याशी वशिमूल हक और 27 नंबर वार्ड की टीएमसी प्रत्याशी रिता विश्वास के समर्थन में कर्मी सभा का आयोजन किया। इस मौके पर मलय घटक ने केंद्र की भाजपा सरकार की जमकर आलोचना की और कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार नए लोगों को सिर्फ बरगलाने और झूठ बोलने का काम किया है। मलय घटक ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो विकास कार्य किया है
उनकी तुलना में केंद्र सरकार के कार्य कही नहीं दिखते है। उन्होंने स्वास्थ्य साथी और आयुष्मान भारत परियोजनाओं की तुलना करते हुए कहा कि जहां आयुष्मान भारत योजना में सिर्फ बीपीएल कार्ड धारकों को ही इलाज की सुविधा प्राप्त होगी। वहीं ममता बनर्जी के स्वास्थ्य साथ ही कार्ड से प्रदेश का हर नागरिक लाभान्वित हो रहा है। वहीं मलय घटक ने केंद्र की भाजपा सरकार पर रेल, बीएसएनएल, बैंक के निजीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह सालाना 2 करोड लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे। लेकिन जिस तरह से वह राष्ट्रीय संसाधनों को निजी हाथों में सौंप रहे है। उससे रोजगार के अवसर कहां पैदा होंगे। वहीं उन्होंने महंगाई को लेकर भी केंद्र सरकार की जमकर हमला की और कहा कि 400 रुपया का गैस आज हजार रुपए में मिल रहा है। क्या यह विकास है? मलय घटक ने कहा कि बीते बंगाल विधानसभा चुनाव में देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से लेकर केंद्र सरकार के
40 कैबिनेट मंत्री लगभग रोज इस प्रदेश का दौरा कर रहे थे। लेकिन बंगाल की जनता ने सही फैसला लेते हुए ममता बनर्जी के पक्ष में ही मतदान किया। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले नगर निगम चुनाव में भी नगर निगम क्षेत्र की जनता एक बार फिर से टीएमसी पर अपना भरोसा दिखाएगी। क्योंकि ममता बनर्जी के नेतृत्व में इस राज्य में जो काम हुआ है वह अभूतपूर्व है। उन्होंने आसनसोल की बात करते हुए कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता था कि यहां विश्वविद्यालय बनेगा। इसके साथ ही यहां हिंदी कॉलेज का भी निर्माण किया गया है। वहीं मलय घटक ने कहा कि बंगाल एक गैर हिंदी भाषी प्रदेश होते हुए भी यहां हिंदी विश्वविद्यालय का निर्माण किया गया है जो पूरे देश में कही नहीं है। उन्होंने कहा कि बंगाल ही एकमात्र ऐसा प्रदेश है जहां छठ पर्व पर 2 दिन की छुट्टी दी जाती है।