अर्हम
अच्छे आचार और अच्छे व्यवहार का आधार है अच्छे विचार। मनुष्य को अच्छे विचारों का आचरण करना चाहिए। ‘रोज की एक सलाह’ से पाठकों को अच्छे विचार प्राप्त हो सकेंगे, ऐसा विश्वास है।
आचार्य महाश्रमण
26 जनवरी
वाणी में विष और अमृत दोनों हैं। सत्य, मधुर व हितकर वाणी अमृत होती है और मिथ्या, कटु व अहितकर वानी विष होती है।
आचार्य महाश्रमण।