आसनसोल क्लब के 4 सदस्यों की सदस्यता की गई रद्द, अध्यक्ष ने किया इंकार
आसनसोल । आसनसोल क्लब लिमिटेड के चार सदस्यों की सदस्यता क्लब के अध्यक्ष सोमनाथ विश्वाल ने रद्द कर दी है। उन पर क्लब के खिलाफ लगातार विरोधी गतिविधियां संचालित करने का आरोप है। इस संबंध में आधिकारिक पत्र जारी कर दिया गया है। इसे गुरुवार को क्लब के नोटिस बोर्ड पर भी लगा दिया गया था। लेकिन बाद में मामले के तूल पकड़ने की संभावना को देखते हुए इन पत्रों को नोटिस बोर्ड से हटा दिया गया। यह पत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं। इस संबंध में अध्यक्ष सोमनाथ विश्वाल तथा सचिव शोवन बासु का कहना है कि क्लब की गतिविधियों के खिलाफ क्लब परिसर में हुए विवाद को लेकर यह निर्णय लिया गया था। लेकिन मामला सुलझ गया था। तथा ऐसी कोई बात नहीं है। अध्यक्ष सोमनाथ विश्वाल के हस्तक्षेप के बाद यह पत्र बुधवार को जारी किए गए थे। सभी 4 सदस्यों में अनिल जालान, मनिंदर कुंद्रा, सुब्रत घांटी तथा उनके पुत्र अभिजीत घांटी के नाम से अलग-अलग पत्र जारी किए गए थे। सभी चारों पत्रों में एक ही तथ्य लिखा गया था कि तत्काल प्रभाव से क्लब की सदस्यता रद्द करने के संबंध में पत्र लिखा गया है। बीते कई महीनों से देखा जा रहा है कि संबंधित सदस्यों क्लब विरोधी गतिविधियों में सक्रिय है। उनकी क्लब विरोधी गतिविधियों के कारण क्लब की साख पर भट्ठा लग रहा है।इन गतिविधियों को रोकने के लिए कई बार संबंधित सदस्यों को चेतावनी दी गई है। लेकिन सदस्य ने अपनी गतिविधियों पर कोई रोक नहीं लगाई। इसके बाद क्लब की कार्यकारिणी कमेटी के सर्वसहमति से तत्काल प्रभाव से क्लब की सदस्यता को रद्द करने का निर्णय लिया। इन पत्रों को गुरुवार को क्लब के नोटिस बोर्ड पर लगाया गया। इसके तुरंत बाद ही सभी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। इसकी सूचना मिलते ही क्लब नोटिस बोर्ड से इन पत्रों को हटा दिया गया। इस संबंध में संपर्क करने पर क्लब के सचिव शोवन बासु ने कहा कि बुधवार की रात क्लब परिसर में कुछ विवाद हुआ था। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। लेकिन मामला आपस में सालता लिया गया। इसीलिए नोटिस बोर्ड से इनको हटा दिया गया। इस संबंध में अनिल जालान ने कहा कि वह फरवरी माह के अंत में ही निजी कार्य से कनाडा आए हुए हैं। उनके साथ क्लब परिसर में कोई किसी तरह के विवाद का कोई मामला ही नहीं है। दूसरी ओर दूसरे सदस्य मनिंदर कुंद्रा ने कहा कि वह बीते 1 माह से क्लब परिसर में गया ही नहीं है। क्लब के बिल इसके साक्ष्य है। वहीं अन्य दो सदस्यों का भी कहना है कि वह क्लब गया ही नहीं तो किसी सदस्य के साथ विवाद कैसे हो सकता है। सनद रहे कि अनिल जालान और मनिंदर कुंद्रा ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में क्लब के पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा रखी है। इसके साथ ही इसमें सोमनाथ विश्वाल के अध्यक्ष बनने के अधिकार को चुनौती दी गई है। इन पत्रों का संबंध उसी से जोड़ा जा रहा है।