शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली का आरोप किया गया प्रदर्शन
आसनसोल । एसएससी में शिक्षक नियुक्ति के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए और राज्य के शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी को सीबीआई द्वारा तलब किए जाने के बाद उनके गायब होने के मामले को लेकर गुरुवार शाम को पश्चिम बर्दवान जिला कमेटी डीवाईएफआई और एसएफआई की तरफ से हाटन रोड के लेनिन मूर्ति के निकट प्रदर्शन किया गया। यहां डीवाईएफआई की तरफ से विक्टर आचार्या, अमृत मंडल, एसएन राही, अतनु मुखर्जी, अमित दत्ता वहीं छात्र नेताओं में केया घोष और अरिजीत चौधरी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस मौके पर नेताओं ने कहा कि एसएससी में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में मेधावी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। शिक्षित युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जो छात्र पढ़ाई करते हैं और एसएससी की परीक्षा में अच्छे नंबर लाते हैं और काउंसलिंग में जिनका नाम सूची में आता है उनको नौकरी नहीं मिलती है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के जो करीबी और रिश्तेदार है या तो उनको नौकरी मिल जाती है या पैसों के लेनदेन के कारण अयोग्य लोगों को नौकरी दे दी जाती है। उन्होंने उदाहरण के लिए राज्य के शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी की बेटी का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि पहली काउंसलिंग में सूची में उनका नाम नहीं था लेकिन क्योंकि वह मंत्री की बेटी है। उनको नौकरी मिल गई। वहीं सीबीआई द्वारा परेश अधिकारी को तलब किए जाने के बाद से उनके लापता होने के मामले पर भी डीवाईएफआई और एसएफआई नेताओं ने सवाल उठाया और कहा कि परेश अधिकारी को खोजना जरूरी है। क्योंकि उन पर गंभीर आरोप है। वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को सीबीआई द्वारा तलब किए जाने पर भी आवाज उठाते हुए कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से तबाह कर के रख दिया है।