पतिवर्ता महिलाओं ने सावित्री वट पूजा कर एक दूसरे को लगाया सिंदूर
अंडाल । अंडाल ब्लॉक के खांद्रा ग्राम पंचायत अंतर्गत स्थित बाबा नीलकंड मंदिर प्रांगण में पतिवर्ता महिलाओं ने सावित्री वट पूजा किया एवं एक दूसरे को सिंदूर लगाया। इस मौके पर उपस्थित पूजा कर रहे पुरोहित रामानंद पांडेय ने कहा कि यह व्रत सतयुग से चला आ रहा है। वट पूजा महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती है। इस वक्त पूजा को सती सावित्री सत्य मान के साथ शुभ विवाह करके जिनकी वायु 12 वर्ष कीर्ति उनका 12 वर्ष की उम्र में मृत्यु होने के बाद सती सावित्री ने इस वट पूजा करके यमराज और धर्मराज से लड़कर अपने पति की प्राण वापस दिलवाया था। अपने नेत्रहीन ससुर को भी नेत्र रोशनी दिलवाया साथी अपने लिए पुत्र भी प्राप्त किया। इसलिए आज के पतिवर्ता महिलाएं अपने पति के लंबी आयु की प्राप्ति के लिए सावित्री वट पूजा करती है। बरगद का पत्ता मुख्य गहना होता है। इस मौके पर खुशबू देवी, पूजा देवी, कंचन गुप्ता, साक्षी विश्वकर्मा, वीणा पासवान आदि उपस्थित थी।