बाराबनी के पूछड़ा राजपाड़ा गांव में केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग ने किया निरीक्षण
बाराबनी । केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने शनिवार को बाराबनी विधानसभा अंतर्गत पुछड़ा राजपाड़ा गांव का निरीक्षण किया। गांव वालों ने लगभग डेढ़ दो साल पहले पुरातत्व विभाग को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने यह कहा था कि जहां प्राचीन बौद्ध काल के कुछ चीजें हैं जो यहां मिट्टी के नीचे दबी हुई हैं। उन्होंने उस चिट्ठी के जरिए पुरातत्व विभाग से यहां का निरीक्षण कर उस इतिहास को सबके सामने उजागर करने का अनुरोध किया था। शनिवार को केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग के अफसर पूछड़ा गांव आए और उन्होंने यहां निरीक्षण कार्य किया। इस संदर्भ में इस गांव के एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि यह गांव काफी पुराना है और यहां बौद्ध धर्म का इतिहास भी तकरीबन 2 हजार साल पुराना है। उन्होंने बताया कि यहां पहले प्राचीन जमाने की कई इमारतें थी जो उस समय की ईंटों से तैयार की गई थी। लेकिन कुछ समय पहले ही चोरी हो गई। इतना ही नहीं इस गांव की जमीन के नीचे सोना है यह सोच कर कुछ लोग यहां खुदाई करने भी आए थे। लेकिन जिस जगह पर वह खुदाई कर रहे थे। वहां दो सांपों को देखकर वह भाग खड़े हुए। हालांकि उनको पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि जिस मशीन के जरिए वह लोग खुदाई करना चाहते थे वह मशीन आज भी गांव में रखी हुई है। उन्होंने कहा कि यहां बौद्ध धर्म का बेहद प्राचीन इतिहास है और जमीन में 5। 6 फुट की खुदाई करने पर ही बौद्ध धर्म से जुड़ी सामग्रियां मिल जाएंगी। वहीं इस गांव के रहने वाले एक और व्यक्ति पार्थसारथी मुखर्जी ने कहा कि राजपाड़ा नामक इस गांव में बौद्ध धर्म से जुड़ा बेहद प्राचीन इतिहास है। जिसे सबके सामने उजागर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तकरीबन डेढ़ 2 साल पहले केंद्रीय सरकार के पुरातत्व विभाग को चिट्ठी लिखी गई थी। आज उनको खुशी है कि पुरातत्व विभाग के अधिकारी यहां आए और उन्होंने यहां का निरीक्षण किया। उन्होंने राज्य सरकार से भी इस दिशा में पहल करने का अनुरोध किया था कि इस गांव का जो बेहद प्राचीन इतिहास है वह सबके सामने उजागर हो। उन्होंने कहा कि यहां बौद्ध धर्म से जुड़ी कई सामग्रियां है और यहां बौद्ध कालीन सभ्यता के काफी सारे सबूत अब भी मौजूद हैं। जिन को खंगाल कर सबके सामने लाने की जरूरत है।