आसनसोल। शिल्पांचल के आसनसोल में मनसा देवी माता की अष्टधातु से बनी 35 किलोग्राम वजन की प्रतिमा जो पुरी के गोवर्धन मठ से 25 अप्रैल को चलकर पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की जन्मभूमि मधुबनी जिला के हरिपुर 29 अप्रैल को पहुंचेगी। आसनसोल में 26 अप्रैल को भक्तों एवं शिल्पांचल के जनगण के द्वारा स्वागत किया जायेगा। पुरी गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के जन्म स्थान मधुबनी के हरिपुर में मनसा माता का भव्य मंदिर बनाया गया है। जिसमें उड़िसा के पुरी के विश्वविख्यात कारीगरों ने मंदिर एवं माता की मूर्ति का निर्माण किया है। मई महीने के 24 तारीख को इस मंदिर में मनसा माता का प्राण प्रतिष्ठा में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती स्वयं उपस्थित रहेंगे। आसनसोल चेम्बर ऑफ कामर्स के सचिव शम्भूनाथ झा ने बताया कि मनसा माता के दर्शन के लिए भक्तगण बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं। मनसा माता की शोभायात्रा पुरी से आरंभ होकर आसनसोल में 26 अप्रैल को दोपहर में पहुंचेगी एवं पंचगछिया स्थित आनन्देश्वर महादेव मंदिर में शाम को भजन कीर्तन का आयोजन है। रात्रि विश्राम के बाद शोभायात्रा देवघर भागलपुर बेगुसराय समस्तीपुर होते हुए 29 अप्रैल को मधुबनी पहुंचेगी। आसनसोल में शोभायात्रा का स्वागत एवं कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गौरव मिश्रा, विवेकानंद ठाकुर, इंद्रजीत दे, विपुल मिश्रा, राहुल उपाध्याय, शुशांत मिश्रा ने पूरी व्यवस्था अच्छी तरह से कर ली है।