फुटपाथी दुकानदारों के दुकान तोड़ने से नहीं जीटी रोड के किनारे सरकारी जमीन पर बने तृणमूल कार्यालयों को तोड़ना होगा
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम की ओर से शुक्रवार को गिरजा मोड़ से लेकर चेलीडंगा मोड़ तक अतिक्रमण और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर दुकान चलाने वाले के खिलाफ अभियान चलाया गया था। निगम के अभियंता और बोरो 4 और 5 के अधिकारी और सैनेट्री विभाग के एसआई एवं कर्मचारी मौजूद थे। अभियान के तहत सैकड़ों अवैध छोटे-छोटे दुकानों को या तो हटा दिया गया था या तोड़ दिया गया था। गिरजा मोड़ डेली मार्केट की दुकानों के सामने जो अवैध निर्माण किए गए थे उनको भी बुलडोजर से तोड़ा गया था। यह अभियान शुक्रवार को चलाया गया था। इसके खिलाफ शनिवार कांग्रेस की ओर से ने शाह आलम और प्रसेनजीत पोईतांडी के नेतृत्व में तोड़े गए दुकानों का जायजा लिया। उन्होंने उन दुकानों के मालिकों से बात की तथा उनको जो नुकसान हुआ है उसके बारे में भी जानकारी ली। इसके उपरांत पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में बुलडोजर बाबा कहर ढा रहे है। उसी तर्ज पर चलते हुए आसनसोल नगर निगम के भी मेयर बुलडोजर मेयर बन गए है। उन्होंने कहा कि यहां पर जो लोग दुकाने लगाकर किसी तरह अपना गुजर बसर करते है। वह सभी गरीब तबके के लोग है।अचानक उनको इस तरह से हटा दिए जाने से उनके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि आसनसोल को सुंदर बनाने के वह भी पक्ष में हैं। लेकिन इस तरह से किसी के बसे बसाए दुकान को उजाड़ कर ऐसा करने के वह सख्त खिलाफ है। इसी के खिलाफ शनिवार वह लोग यहां के दुकानदारों से मिलने आए हैं और मंगलवार को कांग्रेस की तरफ से मेयर से मुलाकात की जाएगी और आसनसोल नगर निगम का घेराव किया जाएगा। इनका साफ कहना है कि जिस तरह से यहां के दुकानदारों को हटाया गया। वह अमानवीय है अगर शहर में अवैध अतिक्रमण ही हटाने हैं तो शहर में कई जगहों पर तृणमूल कांग्रेस के कई पार्टी कार्यालय हैं जो अवैध है उन्होंने कहा कि राहा लेन में टीएमसी का जो पार्टी ऑफिस है या फिर मुख्य डाकघर के बगल में टीएमसी का जो कार्यालय है वह कहां से वैध हो गए? उन्होंने मेयर को चुनौती देते हुए कहा की इन कार्यालयों के कागजात अगर टीएमसी के पास है तो 24 घंटे के अंदर मेयर उन्हें आम जनता के सामने पेश करे। वहीं उन्होंने कुछ होटल के बारे में भी कहा कि वह भी पूरी तरह से अवैध है। लेकिन क्योंकि होटलों के मालिकों के सर पर टीएमसी नेताओं का हाथ है। इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गरीब लोगों की दुनिया उजाड़ी जा रही है।