विश्व थैलेसीमिया डे के अवसर पर जिला अस्पताल में चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन
आसनसोल । विश्व थैलेसीमिया डे के मौके पर पूरे विश्व में थैलेसीमिया को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किए जाते है। इसी क्रम में आसनसोल जिला अस्पताल में भी विश्व थैलेसीमिया डे के अवसर पर चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कई बच्चों ने हिस्सा लिया। आसनसोल जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. निखिल चंद्र दास के नेतृत्व में आयोजित चित्रांकन प्रतियोगिता में शिरकत कर रहे बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने अपने मन से बेहद सुंदर चित्रों को कागज पर उकेरा। इस प्रतियोगिता को लेकर जिला अस्पताल के लोगों में कितना उत्साह था। यह इस बात से पता चलता है कि डॉ. निखिल चंद्र दास खुद भी बच्चों के साथ चित्रकारी करने बैठ गए। इस मौके पर आसनसोल जिला अस्पताल के तमाम अधिकारी और कर्मचारी तथा नर्सिंग स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे। इस मौके पर डॉ निखिल चंद्र दास ने कहा कि थैलेसीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। बचाव है। इसका एकमात्र उपाय है। इसलिए उन्होंने लोगों से इस बीमारी को लेकर गंभीर होने की अपील की उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। लोगों को शादी से पहले या संतान धारण से पहले अपनी जांच करानी चाहिए कि वह थैलेसीमिया जीन के वाहक है या नहीं। थैलेसीमिया एक ऐसी बीमारी है जिस वजह से इससे पीड़ित बच्चों को हर 1 महीने या 15 दिन में खून चढ़ाने की जरूरत होती है। आसनसोल जिला अस्पताल की पेडियाट्रिक डॉक्टर डॉ श्रीरूपा भट्टाचार्य ने भी लोगों से इस बीमारी को लेकर जागरूक होने की अपील की।