आसनसोल। उत्तर प्रदेश के इटावा जिला के रहने वाले सुदेश कुमार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कोलकाता के दक्षिणेश्वर मंदिर तक हाथ राष्ट्रीय ध्वज लेकर पैदल यात्रा पर निकले है। अपने दो महीना के पैदल यात्रा के दौरान बुधवार बंगाल की धरती पर कदम रखा। वहीं कल्ला मोड़ के पास शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह बहुप्रतिभावान कृष्णा प्रसाद ने उन्हें सैल्यूट कर नमन किया। उसके बाद सुदेश कुमार का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान सुदेश कुमार ने बताया कि वह देश में फैले भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को दूर करने और पर्यावरण की रक्षा, मानवता को बढ़ावा देने के लिए यह पैदल यात्रा शुरू किया है। उन्होंने कहा कि वह बीते दो महीने में अब तक लगभग 1300 किलो मीटर का सफर तय कर चुका है। हालांकि, रास्ते में उनकी सबसे बड़ी समस्या राष्ट्रीय ध्वज के हाथों सूर्यास्त के बाद यात्रा को बंद करने की रही है। क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज को सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले फहराना संभव नहीं है। इसलिए उस समय उन्हें आराम करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वह पेशे से दिहाड़ी मजदूर है। इससे पहले वह अपने जिला और उत्तर प्रदेश स्थित आवास से साइकिल से दिल्ली तक की यात्रा कर चुके है।