अधिवक्ता की हत्या कैसे हुई, पुलिस ने किया खुलासा
आसनसोल । आसनसोल दक्षिण थाना में शनिवार की शाम पत्रकार सम्मेलन कर पुलिस उपायुक्त देवराज दास और आसनसोल दक्षिण थाना प्रभारी कौशिक कुंडू ने बताया कि बीते शनिवार 10 तारीख को आसनसोल गोधुली अपार्टमेंट में सुबह 10 बजे बृजेश्वर पहुंचे और आसनसोल कोर्ट भोज में चले गए। आसनसोल कोर्ट से शाम 4 बजे घर पहुंचे। इससे पहले उनके ससुर सास घर पहुंचे थे। दमाद के घर पहुंचने पर परिवारिक विवाद को लेकर पति-पत्नी के बीच मारपीट शुरू हो गई। बचाव करने के लिए ससुर तारकनाथ दास ने दामाद को एक थप्पड़ उनके कनपटी में मार दी। जिससे दमाद बेहोश हो गया और बेहोश होने के बाद उसके ससुर ने लातों से कनपट्टी पर मारा जिससे उसके दामाद की मौत हो गई। इसके बाद ससुर ने बाजार से रस्सी लेकर आए और दामाद को बांधकर बोरा में डालकर भाड़े की गाड़ी से अपने दामाद के शव को अपने बेटी के साथ ईसीएल क्वार्टर ले गए। इससे पहले निगाह पेट्रोल पंप से जरकिन में 350 रुलाया का पेट्रोल लिया। ईसीएल क्वार्टर में शव को रखा और करीब 12 बजे तक रुके। उसके बाद गाड़ी से अपनी बेटी को गोधूलि में छोड़ कर आये। उसके बाद दूसरे दिन सुबह 4 बजे उसके ससुर को गड्ढे में डालकर पेट्रोल, किरासन और टायर डालकर जला दिया। शव के हड्डी को पास के तालाब और कुछ श्मशान घाट पर फेंक दिया। इसे लेकर अधिवक्ता बृजेश्वर के सहायक मनोज यादव के साथ ही पत्नी के साथ गंभीर संपर्क है। उन्होंने बताया कि कैसे शव को ठिकाने लगाया जाएगा। पुलिस ने बताया कि पुलिस फॉरेंसिक टीम हड्डी के डीएनए टेस्ट करेंगे। पुलिस को जानकारी थी 2009 में अपने पति के खिलाफ मामला दर्ज किया था। काफी पूछताछ के बाद उनकी पत्नी बृजेश्वर दास मूल रूप से बांकुड़ा के सरपुरा निवासी थे। आसनसोल में परिवार के साथ रहते थे। बीते 10 जून को भतीजे ने उसके गुमशुदा होने की शिकायत की थी। जिसके बाद से पुलिस मामले की छानबीन में जुटी। उसके बाद सनसनीखेज घटना सामने आई।