आसनसोल । ऑल इंडिया आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमिटी की तरफ से बुधवार विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर एक रंगारंग रैली निकाली गई। यह रैली आसनसोल के आश्रम मोड़ से निकली और जीटी रोड के रास्ते बीएनआर तक पहुंची। इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग अपने पारंपरिक अस्त्र शस्त्र तथा वाद्य यंत्रों के साथ सम्मिलित हुए। इस दौरान पत्रकारों से बात करते संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त को पूरे विश्व में विश्व आदिवासी दिवस की घोषणा की गई है। इसका उद्देश्य हर देश में जो आदिवासी है। उनके अधिकारों को सुरक्षित रखना है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में आदिवासी समाज के लोग वंचित हो रहे हैं। उनसे उनके अधिकारों को छीना जा रहा है। इसलिए राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में घोषणा की गई है। ताकि आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा हो सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मणिपुर में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार हुआ है। उसके खिलाफ 27 जुलाई को इस संगठन की महिला शाखा द्वारा भी विरोध प्रदर्शन किया गया था और आज भी इस रैली के माध्यम से उस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस रैली में शामिल आसनसोल नगर निगम के एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी ने कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आसनसोल में ऑल इंडिया आदिवासी कोआर्डिनेशन कमेटी द्वारा रैली निकाली गई है। इस रैली का उद्देश्य आदिवासी समाज के लोगों को जागरूक करना है। उनको उनके अधिकारों के बारे में सचेत करना है। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आदिवासी समाज के विकास के लिए कई कार्य किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर में जिस तरह से वहां के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है। उसे लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में तो डबल इंजन की सरकार है। लेकिन वहां पर जिस तरह से विशेषकर महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है। वह सर्वथा निंदनीय है और आज के इस रैली से आदिवासी समाज के लोग उसकी कड़ी निंदा कर रहे हैं। वहीं बोरो चेयरमैन उत्पल सिन्हा ने कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस है आज के दिन को राष्ट्र संघ द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है, जिससे कि पूरे विश्व में जल जंगल जमीन पर आदिवासी समाज के अधिकारों को स्वीकृति मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर सभ्यता को और ज्यादा विकसित होना है तो अपनी जड़ों से हमें जोड़ना होगा और आदिवासी समाज के लोगों के अधिकारों की रक्षा करनी होगी। यह हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े हुए रहते हैं।