आसनसोल और धनबाद कोयलांचल से कोयला तस्करी पार्ट – 3 शुरू, पहले दिन 40 ट्रैकों से शुरू हुआ कोयला का अवैध कारोबार
आसनसोल । केंद्रीय जांच एजेंसियां आयकर विभाग, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमश्निरेट को खुला चैलेंज देते हुए आसनसोल और धनबाद कोयलांचल से कोयला तस्करी शुरू हो गई। गुरुवार की रात से काम शुरू हुआ। आसनसोल कोयलांचल से डानकुनी तक पूरे तामझाम से इसका कार्य शुरू हुआ। पहले ही दिन 40 ट्रकों में इसे चलाया गया। सनद रहे कि इस काम में चेहरा बदल दिया गया है। कोयला लूट पार्ट-1 में राजू थे। वह जमाना वाममोर्चा सरकार का था । कोयला लूट पार्ट-2 में लाला रहे। यह जमाना तृणमूल के शासनकाल का है। तृणमूल के शासनकाल में कोयला लूट पार्ट-3 में कामता को लांच किया है।
90 हजार प्रति ट्रक खुला डिस्को पेपर का रेट
जानकार सूत्रों ने बताया कि पूर्व योजना के अनुसार बारावनी थाना क्षेत्र में ही इसका कार्य शुरू हुआ। आमडीहा इलाके को इसका केंद्र बनाया गया है। पहले से ही इलाके के विभिन्न सॉफ्ट कोक की फैट्रिररियों में हार्ड स्टीम कोयले का जमावड़ा कर रखा गया था। इनमें से कुछ कोयला अवैध कोयला खनन से आया था। कुछ कोयला चोरी से भी लाया गया था। पहले दिन करीब 40 ट्रकों पर इस अवैध हार्ड स्टीम कोयले की लदाई की गई। पुलिस तथा संबंधित अधिकारियों को गच्चा देने के लिए इन कों में नीचे अवैध हार्ड स्टीम कोयले की लदाई की गई। ऊपर से दो टन सॉफ्ट कोयला इन वाहनों पर ला दिया गया। ताकि प्रथमदृष्टया लगे कि इन ट्रकों पर सॉफ्ट कोयले की लदाई की गई है। आसनसोल से डानकुनी तक एक ट्रक को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अवैध परमिट या डिस्को पेपर जारी किया जा रहा है। सके लिए प्रति ट्रक 90 हजार रुपये की वसूली की जा रही है। यह डिस्को पेपर इलाके में स्थित पेट्रोल पंप से ही जारी किया जा रहा है। पहले दिन की कमाई ठीक-ठाक रही। इस सफलता के बाद शुक्रवार की शाम 70 से 80 ट्रक लदाई का इंतजार कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार योजना के अनुसार पहले बाराबनी, जामुड़िया थाना इलाके से शुरू किया जा रहा है। इसके बाद पांडवेश्वर और अंडाल व सालानपुर थाना इलाकों से शुरू किया जायेगा। इसके बाद इसके क्षेत्र का विस्तार किया जायेगा। कोयला तस्करों के सिडिकेट के सदस्यों का दावा है कि यह कोयला लूट पार्ट -तीन अन्य पार्ट एक दो से भी अधिक रिकार्ड कमाई करेगी।
सीमावर्ती धनबाद के कई इलाकों में धड़ल्ले से अवैध खनन
धनबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहले से ही कोयले का अवैध खनन जारी है। बीसीसीएल तथा ईसीएल की आउटसोर्सिंग परियोजनाओं के आसपास इलाकों तथा नदी के किनारे का क्षेत्र सेफ जोन बन गया है। निरसा के भालजोड़िया, फटका व कुहुका और मुगमा के भालोकसुंदा स्थित खुदिया नदी से अवैध उत्खनन के लिए तस्करों ने जेसीबी से मुहाना व कुआं बना दिया है। इसमें घुसने व निकलने के लिए इस पर बांस व बल्ली लगा कर उसमें रस्सी बांध दी गई है। कोयला चोर व तस्कर के आदमी इस रस्सी के सहारे कुआं में उत्तर कर कोयला काटते हैं। अंदर से चोरी का कोयला रस्सी के सहारे खींच कर ऊपर बैठे तस्कर के आदमी निकालते हैं। कोई घटना होने पर बांस व बल्ला लगा कर जान बचाने की भी व्यवस्था की गयी है। जोखिम उठा अवैध खनन करते हैं मजदूर, पर उनके हिस्से 50 से 60 रुपया ही प्रति बोरा आता है। इसके साथ ही चोरी के कोयला को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने वाले साइकिल व बाइक वालों को दूरी के हिसाब से पैसे का भुगतान होता है। निरसा में अवैध धंधे का किंगपिन एस सिंह तथा वी यादव है। इसके साथ ही आर गोप एंड कंपनी, पी मरांडी, ए सिंह, सी अग्रवाल व सी बाउरी आदि भी काले कारोबार में लगे हुए हैं। आर गोप एंड कंपनी का अवैध डिपो कंचनडीह व चूड़ीनाला तथा सांगामहल में चल रहा है। चूड़ीनाला सांगामहल में पी मरांडी, मैथन में सी अग्रवाल, बरमुडी में ए सिंह तथा चापापुर देवियाना में सी बाउरी व पी बाउरी का वर्चस्व है। निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के चापापुर, कांटा वन, रामकनाली, गोपालगंज, कुहूका, फटका, श्यामपुर, सिंहपुर, हड़ियाजाम, राजा कोलियरी ओसीपी के समीप, सेंट्रलपूल, खुदिया फाटक, बैजना कोलियरी के समीप, खुसरी ओसीपी के समीप लखीमाता कोलियरी के समीप, मंडमन कोलियरी के समीप, कापासाड़ा ओसीपी के समीप, राजपुरा ओसीपी के समीप, बड़मुड़ी कोलियरी के समीप, दुधियापानी, पंचेत के दहीबाड़ी के समीप, कालूवधान ओपी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों सहित मैथन व बराकर नदी के किनारे कई जगहों पर कोयले का अवैध खनन जारी है।