आसनसोल कोर्ट के जीआरओ देवाशीष चौधरी के नेतृत्व में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
आसनसोल । आसनसोल-देश की संस्कृति और जीवनशैली बदल गई है। हालांकि आज के दौर में एक नया चलन सामने आ गया है। इसके साथ ही अब लोग खेल, नाटक, फिल्में देखना, किताबें पढ़ना, गाने, कविता, पेंटिंग सभी चीजों को भूलकर सोशल मीडिया में पूरी तरह से डूब चुके हैं। बता दें कि इन सभी चीजों के मद्देनजर आसनसोल कोर्ट के जीआरओ देवाशीष चौधरी ने एक नई सामाजिक लहर के खिलाफ पहल की है, जिसमें पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता, कानून विभाग के कुछ अधिकारी, डॉक्टर, प्रोफेसर, वकील व ला क्लर्क, प्रख्यात कवि, साहित्यकार, नये लेखक, लेखिका छात्र, विचाराधीन कैदी, आम आदमी तक बिना धागे से माले में पिरोय हुए है। बताते चलें कि वार्षिक श्यामा साहित्य पत्रिका जीआरओ देवाशीष चौधरी के संपादन में प्रकाशित हुई है। एक तरफ कॉलेज छात्रा दिशा माझी ने इसके कवर पेज की तस्वीर बनाई है, तो दूसरी ओर कवर पेज की तस्वीर विचाराधीन आरोपी कमल सरकार ने बनाया था। पत्रिका का आधिकारिक प्रकाशन आसनसोल के मूल निवासी सह पूर्व जिला न्यायाधीश पार्थ चक्रवर्ती के हाथों हुआ है। वहीं तीन दिनों तक चलने वाली आर्टगैलरी में प्रख्यात फोटो जर्नलिस्ट गौर शर्मा की जीवन की तस्वीरों का शानदार संग्रह और किशोर देव की पेंटिंग का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा शिल्पांचल के नये प्रतिभाशाली निर्देशकों, कलाकारों, निर्माताओं द्वारा निर्मित लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया है। वहीं दर्शकों का कहना है कि आसनसोल में लघु फिल्म की यह पहली स्क्रीनिंग है। वहीं काली पूजा के मद्देनजर बच्चों के दिमाग को विकसित करने के लिए ड्राइंग, क्विज, वाद-विवाद, कविता-पाठ, संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन लोगों के लिए स्पोर्ट्स म्यूजिकल चेयर, हांड़ि भांगा का भी आयोजन किया गया। वहीं जीआरओ देवाशीष चौधरी के नेतृत्व में वकीलों, शिक्षकों, पुलिस के साथ एक नाटक “ताहार नामटि रंजना” का मंचन किया गया। इस दौरान हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिखों ने अनुकरणीय कार्य किया, सभी ने सहजता से एक ही मंच पर भाई दुज समारोह में भाग लिया। कोर्ट की महिला पुलिस ने औपचारिक रूप से भाई फोंटा भी मनाया था। इस कार्यक्रम में आसनसोल जिला अदालत के सीनियर वकील शेखर कुंडू, डीडी इंस्पेक्टर आलोक मंडल, आसनसोल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश तिवारी, सरकारी पक्ष के प्रधान अधिवक्ता स्वराज चटर्जी उर्फ बच्चू बाबू, अभिजीत मुखर्जी, तृष्णा राय समेत कई प्रतिष्ठित वकील उपस्थित थे। कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों और सरकारी वकीलों को सम्मानित किया गया। प्रतिष्ठित वकीलों और कोर्ट के ला-क्लर्कों को लाईफ टाईम अचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। वहीं जरुरतमंद लोगों तथा वरिष्ठ नागरिकों को सर्दी के कपड़े वितरित किये गये। खेलकूद और अन्य प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए गए। बताया जाता है कि वर्तमान समय मेब जीआरओ देबाशीष चौधरी द्वारा किये गए कार्यों की चर्चा काफी दूर तक फैल चुकी है।