देव दीपावली पर दीयों की रोशनी से जगमगा उठा रानीगंज का श्रीश्री सीताराम जी मंदिर
रानीगंज। शहर के सीआर रोड स्थित प्रसिद्ध श्रीश्री सीताराम जी मंदिर में देव दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार की शाम समूचा मंदिर परिसर दियों की रोशनी से जगमगा उठा। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी सेंट्रल-2 श्रीमंत बनर्जी, समाजसेवी भगवती प्रसाद क्याल, महेंद्र शर्मा, राजेंद्र प्रसाद खेतान, पवन बगड़िया समेत अन्य कई विशिष्ट लोगों ने दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली का उद्घाटन किया। खास बात यह रही कि देव दीपावली के उद्घाटन समारोह में मारवाड़ी समाज की लगभग 52 बुजुर्ग महिलाओं को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। बुजुर्ग महिलाओं के हाथों से भी दीप प्रज्वलन करवाया गया। इस अवसर पर श्री सीताराम जी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विमल बाजोरिया, सचिव प्रदीप सराया, ललित झुनझुनवाला, अभिषेक बगड़िया, प्रभात अग्रवाल, विजय छाछरिया, मनोज सराफ, अजय क्याल, रमेश लोयलका समेत तमाम सदस्य उपस्थित थे। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और पूरी आस्था एवं उत्साह के साथ दीए जलाएं। देव दीपावली के अवसर पर मंदिर परिसर की साथ साज सज्जा भी देखने लायक थी। समूचा मंदिर दियों एवं रंग बिरंगी रोशनी से नहा उठा था। मंदिर में फूलों का भी श्रृंगार किया गया। इस बारे में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विमल बाजोरिया व सचिव प्रदीप सराया ने बताया कि पिछले कई वर्षों से श्री श्री सीताराम जी मंदिर में देव दीपावली मनाने की परंपरा चली आ रही हैं। हम लोगों ने श्री श्री सीताराम जी मंदिर में देव दीपावली मनाने की परंपरा शुरू की है वह भी धीरे-धीरे भव्य रूप लेती जा रही है। उन्होंने कहा कि कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व दिवाली के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है। मान्यता है कि देव दिवाली के दिन देवतागण धरती पर आते हैं और दिवाली मनाते हैं। यहां बता देना जरूरी है कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध करके देवी- देवताओं समेत सभी को उसके अत्याचार से मुक्ति प्रदान की थी। इस वजह से आज भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है।