मानव को कभी मानवता पर कलंक नहीं लगने देना चाहिए – स्वामी आत्मप्रकाश
आसनसोल । आसनसोल एनएस रोड के गौर मंडल रोड स्थित आसनसोल गोशाला में केडिया परिवार की ओर से नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन शनिवार को भक्तों की व्यापक भीड़ उमड़ी। इस श्रीमद् भागवत कथा में श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी आत्मप्रकाश द्वारा सुमधुर भजनों के साथ कथा सुनाई जा रही है। इस दौरान कृष्ण जन्म की झांकी प्रस्तुत की गई। नामदेव, सुदामा की कथा सुनाई गई। मौके पर मुख्य अतिथि आसनसोल दक्षिण थाना प्रभारी कौशिक कुंडू और डॉ. देवाशीष बनर्जी उपस्थित हुए और आशीर्वाद लिया। कथा के दौरान स्वामी आत्मप्रकाश जी ने कहा कि मानव को कभी मानवता पर कलंक नहीं लगने देना चाहिए। संसार में किसी मदद भले न कर सको लेकिन किसी को सताना नहीं। सास-ससुर और माता – पिता को सताना सबसे बड़ा पाप है। भाई से बेईमानी करना, पड़ोसी को सताना भी पाप है। कथा हमें मानवता का पाठ सिखाती है। उन्होंने कहा कि मोह – माया में पड़ने के बजाय जरूरतमंदों की सेवा करे और अपनी आत्मा से प्यार करें। संत जनों के साथ रहें। ईश्वर का स्मरण करें। आसनसोल गौशाला में 27 दिसंबर तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा। इसमें महामंडलेश्वर स्वामी आत्मप्रकाश जी सुमधुर भजनों के साथ कथा सुना रहे। शिल्पांचलवासी इसमें शामिल होकर पुण्य के भागी बनें। इस मौके पर जगदीश प्रसाद केडिया, राकेश केडिया, अरुण शर्मा, सियाराम अग्रवाल, मनोज वैश्य, लक्ष्मी नारायण केडिया, मनोज केडिया, बिनोद केडिया सहित व्यापक संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।