रामकृष्ण मिशन में जिशु पूजा का किया गया आयोजन
आसनसोल । ईसा मसीह के जन्मदिन के अवसर पर आसनसोल के रामकृष्ण मिशन में जिशु पूजा का आयोजन किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए आसनसोल रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी सौमात्मानंद जी महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने शिकागो धर्म महासम्मेलन में जो भाषण दिया था। उससे अमेरिका के ईसाई समुदाय के लोग भी काफी प्रभावित हुए थे। उनका कहना था कि भारत सहित विभिन्न देशों में ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए पादरियों को भेजा जाता है। लेकिन स्वामी विवेकानंद की बातें सुनकर ऐसा लगता है कि वह ईसा मसीह को उन पादरियों से ज्यादा मानते हैं। स्वामी विवेकानंद ने भी ईसा मसीह के बारे में कहा था कि आज अगर ईसा मसीह जीवित होते तो वह ईसा मसीह के पैर अपने हृदय के रक्त से धोते। उन्होंने कहा के स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलते हुए रामकृष्ण मिशन का गठन हुआ और इसके बाद स्वामी प्रेमानंद के नेतृत्व में बाइबल का पठन-पाठन उस पर चर्चा आदि की शुरुआत हुई और तभी से यह प्रथा चली आ रही है।