भारत के सभी धर्म जाति के लोग पूर्व नियोजित बातों को ध्यान में रखते हुए इंडिया गठबंधन के बहकावे में न आकर केवल देशहित में ही अपना मतदान करें – राष्ट्र प्रेमी सुरेन जालान
आसनसोल । इंडिया गठबंधन के कर्णधार नेता सभी चुनावी रैलियों में यह गरजते हुए पूछते हैं मोदी बेरोजगारी महंगाई मुद्दे पर बात क्यों नहीं करते। इस पर राष्ट्र प्रेमी सुरेन जालान ने कहा कि जो दिख रहा है, वह बोल रहा हूं। हमारे नरसिम्हा राव एवं कांग्रेस के शासन में आटे में थोड़ा नमक अधिक देकर लोगों को परोसा जाता था। उसके बाद 10 साल जो हमारे मनमोहन सिंह की सरकार रही जिसके संचालक हमारे कांग्रेस की सरगना सोनिया, राहुल एवं रॉबिन वाड्रा, लालू यादव जो नमक में आटा देकर अपनी सात पुश्तों के लिए एवं उनके सहयोगी अपनी 10 पीढ़ियों के लिए बेरोजगारी एवं महंगाई की समस्या तुष्टिकरण कर वोट बैंक के लिए देश को पीछे कर दिया है और आज सवाल अपनी रैलियों में मोदी से पूछ रहे हैं।
यह बड़ा ही भ्रमित करने का तुष्टिकरण है। सुरेन जालान ने कहा कि जनता जनार्दन समझ गई है। आपकी जिहादी वोट बैंक एवं अल्पसंख्यकों को बेवकूफ बनाकर, भड़का कर केवल वोट की राजनीति करना एवं स्वयं के परिवार का संचय करना।
जो अल्पसंख्यक भाई बहन विकास की गति को देखकर देश की मुख्य धारा में जुड़े रहे हैं। उनका जिहाद के नाम पर हुक्का पानी बंद कर देने की धमकी देना। यह एक बड़ी साजिश रची जा रही है। यह पढ़ी लिखी कांग्रेसी नेता की भतीजी हैं जिनका बयान उत्तर प्रदेश से आया। दिनांक 07/05/2024 को एक बयान पुणे से एक विशेष धर्म के धर्मगुरु द्वारा दिया गया। जिसमे सभी अल्पसंख्यक भाइयों को अपील की गयी कि आप सब इंडिया गठबंधन के लोगों को वोट दें।
यह बहुत ही बड़ा षड्यंत्र देश एवं विश्व के लिए है। इससे पूर्व यह काम चुपचाप होता था अब यह जलसे के रूप में किया जा रहा है। यह देशहित के लिए खतरनाक है। यह सबसे बड़ा षड्यंत्र है। मोदी भारत के विकास की बात नहीं पूरे विश्व की सुख शांति एवं विकास की सोचने वाले एक गरीब नेता हैं। जिनका अपना कोई परिवार नहीं है। वह पूरे विश्व को ही अपना परिवार मानते हैं। भारत के सभी धर्म जाति के लोग पूर्व नियोजित बातों को ध्यान में रखते हुए इंडिया गठबंधन के बहकावे में न आकर केवल देशहित में ही अपना मतदान करें। जिहाद क्या है। यह हमें गाजा पट्टी में देखने को मिला कि कैसे पैसे के लिए जिहाद हो रहा है। केवल पैसों के लिए अपने ही भाइयों को, बच्चों को उनके हाल पर छोड़ दिया जा रहा है एवं पैसे देने पर वह भी छोटी-मोटी रकम नहीं 16 वर्ष के ऊपर वाले 5 लाख उससे कम उम्र वाले ढाई लाख लेकर उन्हें सुरक्षित ईजिप्ट भेजा जा रहा है। इस दुनिया में जिहाद एवं धर्म की लड़ाई से विश्व का कल्याण नहीं हो सकता। कल्याण अगर हो सकता है तो केवल सभी धर्मों के आध्यात्मिक नीतियों द्वारा ही हो सकता है।