मेहनत, लगन एवं अच्छे कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए एक चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता एवं एक चौकीदार का बेटा भी मुख्यमंत्री बन सकता – सुरेन जालान
आसनसोल । अपने आप पर भरोसा रखिए हमारे भारतवर्ष में एक चाय वाला भी अपनी मेहनत, अपने लगन एवं अपने अच्छे कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए प्रधानमंत्री बन सकता है और इसी देश में एक चौकीदार का बेटा भी मुख्यमंत्री बन सकता है।उक्त बाते आसनसोल के व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि आवश्यकता है तो केवल कछुए जैसी चाल की जिसके द्वारा भी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है। कम उम्र एवं बिना मेहनत एवं परिवारवादी सोच के साथ आगे बढ़ने का सपना देखने वाले कुछ समय के लिए मिली हुई सफलता के बल पर एक चाय वाले एवं एक चौकीदार को गाली दे सकता है। हमारे भारतवर्ष में न तो जरूरत है मुफ्त की किसी भी वस्तु की, न ही जरूरत है किसी भी प्रकार के कोई लालच की, न कोई अल्पसंख्यक, न कोई हिंदुत्व और न ही कोई ओबीसी एवं न ही जरूरत है किसी भी प्रकार की जातिगत तुष्टिकरण करने की और न किसी भी निर्वाचन में मतों के लिए गारंटी कार्ड देने की। यदि ऐसा ही होता तो कृपया बताएं किन-किन चुनावी घोषणा पत्र के आधार पर देश एवं राष्ट्र को विकसित किया गया है। हमारा एक ही लक्ष्य होना चाहिए। प्रतिभा दिखाइए और वोट लीजिए। ऐसा पूर्व में भी देखा गया है। हमारे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जी जिनकी छवि इतने महान व्यक्तित्व के रूप में हमारे भारतवर्ष को प्राप्त हुआ। सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ. विधानचंद राय, हमारे पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री ,शीला दीक्षित,आदित्यनाथ योगी एवं विश्वस्तरीय नेता नरेंद्र दामोदरदास मोदी , हमारे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर एवं ऐसे अनेकों अनेक जाति धर्म के लोग देशहित में एवं भारत के संविधान के हित में देश के विकास में इन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज की परिस्थिति में यदि खतरा है तो केवल पारिवारिक प्रभाव द्वारा एवं कम उम्र में बिना किसी जानकारी एवं मुफ्त की घोषणा पत्र में दिया गया लालच एवं फूट डालकर राज करने की नीति से।