केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बैठक
आसनसोल । श्रमिक संगठन कोलियरी मजदूर सभा एटक की तरफ से लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगाया जाता रहा है कि वह कोयला उद्योग को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश कर रही है। इसके खिलाफ संगठन की तरफ से लगातार आंदोलन किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार आसनसोल के चेली डंगाल इलाके में स्थित संगठन के कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में संगठन के जनरल सेक्रेटरी गुरुदास चक्रवर्ती, वर्किंग प्रेसिडेंट दिनेश ओझा, जॉइंट जनरल सेक्रेटरी शैलेंद्र सिंह, अनिल सिंह, देवेंद्र प्रसाद, राजूराम आदि उपस्थित थे। बैठक में यह फैसला हुआ कि केंद्र सरकार जिस तरह से कोयला उद्योग को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश कर रही है। इसके खिलाफ 9 से 14 अगस्त तक पूरे देश भर में संगठन की तरफ से हर पीट पर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही जिस तरह से कोयला उद्योग सहित विभिन्न उद्योगों में केंद्र सरकार की तरफ से अस्थायी कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्थायी कर्मियों को एकजुट कर उनके न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करने के लिए आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। इसके साथ एक गांव में खदान बनाने के लिए जिस तरह से लोगों से जमीन ली जा रही है। लेकिन उनको उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। इसको लेकर भी आज की बैठक में बातचीत हुई और उन जमीन देने वाले लोगों को भी एकजुट करने की जरूरत पर बोल दिया गया। इसके साथ ही अस्थायी श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा पर भी बोल दिया गया और परोक्ष रूप से कोयला उद्योग पर जो लोग निर्भरशील हैं। ऐसे लोगों के लिए भी आज की बैठक में चर्चा हुई। इस पर बल दिया गया कि उनके लिए भी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।