आसनसोल । कोयला खदानों की भराई में बालू की जगह राख व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने डीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश कमेटी के सचिव प्रसेनजीत पुईतंडी ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर खदानों से कोयला निकालने के बाद उस स्थान को वैज्ञानिक तरीके से बालू से भरा जाता है, लेकिन बालू के बजाय खदानों को विभिन्न इस्पात संयंत्रों से निकलने वाली राख और चारकोल से भर दिया जाता है। इसके कारण कोलियरी क्षेत्र में धंसान की घटनाएं हो रही हैं। इस भ्रष्टाचार के खिलाफ डीएम से मिला और जांच की मांग की। इस तरह लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ को रोकने की मांग की। रानीगंज के बांसड़ा कोलियरी इलाके में एक घर में रविवार धंसान की घटना घटी थी। जिस वजह से क्षेत्र के लोगों में आतंक पसर गया था। यह पहली घटना नहीं है। जब कोयलांचल में इस तरह की कोई घटना घटी थी। अक्सर इस तरह की घटनाएं घटती रहती है। जिस वजह से कोयलांचल में रहने वाले लोग बेहद दहशत में है। उन्होंने जिला शासक से अनुरोध किया कि जिस तरह से धंसान की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उसे रोकने के लिए प्रबंध किया जाए। जिससे कि वहां पर रहने वाले लोगों को असुरक्षित महसूस न हो।
उन्होंने कहा कि आज खदान इलाकों में रहने वाले लोग बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें नहीं पता कि कब उनका अपना घर जमींदोज हो जाए। इसलिए उन्होंने जिला शासक से इस तरफ विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि ईसीएल द्वारा विभिन्न इंक्लाईन से कोयला निकाला जाता है। लेकिन ठीक से बालू से भरा नहीं जाता जिस वजह से यह समस्या बार-बार हो रही है। उन्होंने कहा कि कोयला निकालने के बाद बालू से ठीक से भरने के लिए ईसीएल को कहा जाए ताकि लोगों को इस तरह की घटनाओं से निजात मिले। गौरतलब है कि इसी तरह का मामला जामुड़िया के परसिया में सामने आया था। जिसका विरोध टीएमसी नेता ने किया था। वहां भी खदान में बालू की जगह निजी कंपनी राख भर रही थी। इस संदर्भ में ईसीएल के एक अधिकारी ने कहा कि यह सब बेबुनियाद है। बालू की कमी है मगर बालू की जगह पर राख नहीं भरा जाता है। यह लोग बेवजह माहौल गर्म कर रहे थे।