क्या काली पूजा के बाद खुल रहे हैं राज्य की स्कूल-कॉलेज? क्या कहा शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने…
कोलकाता । राज्य पहले ही स्कूल-कॉलेज खोलने में दिलचस्पी दिखा चुका है। लेकिन यह सब कोविड-19 की स्थिति पर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे राज्य के स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर नजर रख रही हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने रविवार को कहा कि शिक्षा विभाग ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए उनकी सलाह के अनुसार कदम उठाए हैं। दमदम विधायक ब्रत्य बसु रविवार को दमदम विधानसभा क्षेत्र में संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि मुख्यमंत्री स्थिति की समीक्षा करने के बाद निर्णय लेंगी। उनके निर्णय के अनुसार स्कूल कॉलेज खोला जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि पूजा के बाद स्कूल खुलने की संभावना है। शिक्षा जगत ने सोचा कि काली पूजा के बाद शिक्षण संस्थान खुल सकते हैं। मुख्यमंत्री ने तब कहा था कि सरकार इसे खोलने से पहले कोरोना की स्थिति को
आंकने के बाद ही कोई फैसला करेगी। दुर्गापूजा के पूरा होने के बाद, एक शैक्षणिक संस्थान खोलने में एक स्वाभाविक रुचि थी। इस दिन ब्रट्या बसु ने अपना जवाब दिया था। उन्होंने कहा, “हमारे लिए मुख्य मुद्दा स्वच्छता है। स्वास्थ्य के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अंतिम निर्देश देंगी। वह पूरे राज्य के स्वास्थ्य ढांचे के बारे में सबसे अधिक जानकार हैं। वह पूरे राज्य की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखते हैं। जिस समय वह निर्देश देंगे, हम उसके अनुसार कार्य करेंगे। जो फैसला लिया जाएगा उसकी जानकारी चरणबद्ध तरीके से सभी को दी जाएगी।” इस दिन शिक्षा मंत्री के भाषण में हाल के राजनीतिक मुद्दे भी सामने आए हैं। बीजेपी धार्मिक बंटवारे कर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। लेकिन राज्य की जनता ने इसे खारिज कर दिया है। यह कार्ड खेलकर वे चुनाव हार गए। वह सोचते हैं कि अगर वह यही राजनीति करते रहे तो लोग उन्हें जवाब देंगे। उनके मुताबिक, बीजेपी को आगामी नगर पंचायत और लोकसभा चुनाव में बंटवारे की राजनीति की बुराइयों का अहसास होगा।