मन को शांत और प्रसन्न रखना है तो भागवत कथा का श्रवण या गीता का पाठ पढ़ना चाहिए – आत्मप्रकाश जी महाराज
आसनसोल । जीटी रोड बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास महाबीर स्थान मंदिर परिसर में मुख्य यजमान अरुण साव एवं समस्त साव परिवार और आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सहयोग से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्री राम अवतार और राम विवाह पर कथा हुई। स्वामी आत्म प्रकाश जी महाराज ने कथा में कहा कि धन कमाकर धर्म में खर्च करना चाहिए। धन खर्च करने का यही सही जगह है। एक ही परमात्मा के सब भगवान है। सब भगवान एक ही है। भगवान में बड़े छोटे का भेदभाव नहीं करना चाहिए। शिकारी शेर को पिंजरे में कैद कर लेता है। वहीं जब शेर को जरा सी मौका मिल जाने पर शिकारी को नहीं छोड़ता है। इसलिए मन इंद्रियों से सदा सावधान रहना चाहिए। मन इंद्रियों को भगवान के ध्यान में लगाना चाहिए। गुरुजी ने कथा के माध्यम से कहा कि जो बहु अपने सास ससुर को बुढ़ापे में पति को बहका कर अगल करवाती है। परेशान करती है, वह नरक में जाती है। गुरुजी ने सभी महिलाओं को हाथ उठाकर शपत दिलाए की आज के बाद सभी महिलाएं अपने सास ससुर, माता पिता का आदर सम्मान करेंगी। गुरुजी ने राम सीता विवाह पर कथा सुनाए। मौके पर आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, यजमान अरुण साव सहित उनका परिवार, बालकिशन मुरारका, मोहन भाई पटेल, केशव भाई पटेल सहित पानागढ़ पटेल परिवार, निरंजन पंडित, कृष्णा पंडित, श्याम सुंदर पंडित, रतन दिवान, अशोक अग्रवाल, सिटी गोल्ड के गोविंद शर्मा, मुकेश जायसवाल, महेश शर्मा, राजकुमार शर्मा, डॉ जेके सिंह, प्रबीर धर, दिलीप केडिया,विनोद अग्रवाल(सीए), प्रेमचंद केशरी, बीबी सिंह, मुकेश पहचान, बासुदेव शर्मा, सुनीता केडिया, बिमला गुप्ता, रानी भगत, मनीष भगत, अभिषेक वर्मन, प्रकाश अग्रवाल, अक्षय शर्मा, रौनक जालान सहित सैंकड़ों महिलाएं व पुरुष भक्त उपस्थित थे।