अतिक्रमण हटाने गए आईएसपी के अधिकारियों पर हमला, अभियुक्त के परिजनों ने उल्टे लगाया मारपीट का आरोप
बर्नपुर (भरत पासवान) : इस्को इस्पात संयंत्र प्रशाशन बर्नपुर टाउनशिप के आधुनिकीकरण को ध्यान में रख कर जर्जर एवं एवं जीर्णशीर्ण आवासों को तोड़ कर, अतिक्रमण हटाने का मुहीम चला रही है। मुक्त कराये गए जमीन पर कर्मचारियों के लिए हाई राइज फ्लैट्स प्रस्तावित है। इस अभियान को लेकर बुधवार की सुबह 11 बजे आईएसपी के अधिकारी, सिक्योरिटी कर्मियों के साथ बर्नपुर सिनेमा की जर्जर बाउंड्री एवं उसके पास अवैध क्वार्टर के 67/10 को तोड़ने के लिए जेसीबी के साथ पहुंची। वहीं के दौरान पहले बर्नपुर सिनेमा के बाउंड्री को सफलता पूर्वक तोड़ दिया गया । इसके पश्चात जब उसके पास की खाली एवं जर्जर क्वार्टर के 67/10 को तोडा जा रहा था। आरोप है कि तभी 20 – 25 की संख्या में पहुंचे लोगों की भीड़ ने प्रकाश ठाकुर, विकास ठाकुर, देवेंदर ठाकुर इत्यादि के नेतृत्व में आयी एवं गाली गलौज करने लगी | इनमे से कुछ ने पथराव किया और मार पीट का भी प्रयास किया| भारी विरोध के बावजूद आई एस पी प्रशाशन ने क्वार्टर का आधा हिस्सा तोड़ दिया और तत्पश्चात वापस लौट गयी। इस घटना की लेकर आईएसपी प्रबंधन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि आईएसपी प्रशाशन इस मामले में ज़रूरी कानूनी कार्यवाही कर रही है ताकि इस जगह को यथाशीग्रह आधुनिकीकरण के लिए खाली कराया जा सके।
वहीं स्थानीय पार्षद अशोक रूद्र ने कहा कि इस मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है ना हीं वह इस मामले में कोई टिप्पणी करना चाहते हैं क्योंकि यह जमीन और क्वार्टर सेल आईएसपी के अंतर्गत है लेकिन यह घटना दुर्भाग्य जनक है कि सेल आईएसपी के ईडी स्तर के एक अधिकारी पर हमला होना काफी चिंता का विषय है। वही घटना के संबंध में अभियुक्त हमलावर के पिता ने बताया कि कि वह कारखाना में काम नहीं करते हैं और जिस क्वार्टर में वह रहते हैं वह क्वार्टर भी उन्हें अलॉट नहीं हुआ है। अचानक इस तरह से अगर उनके परिवार को क्वार्टर खाली करने के लिए कहा जाएगा तो वह कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अन्य क्वार्टर के लिए आवेदन किया है लेकिन अभी तक उनको नहीं मिला है। ऐसे में अचानक अगर उन्हें क्वार्टर खाली करने के लिए कहा जाएगा तो वह कहां जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग अतिक्रमण हटाने आए थे । उन्हीं लोगों ने उनके साथ मारपीट की है । उन्होंने कहा कि वह किडनी के मरीज हैं, उन्हें दिल की भी बीमारी है लेकिन जिस तरह से आज उन लोगों के साथ बर्ताव किया गया वह कहीं से भी मानवीय नहीं है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच हीरापुर थाना की पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।