आसनसोल । शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीदी दिवस के मौके पर रविवार आसनसोल के भगत सिंह मोड़ स्थित शहीद भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। बर्नपुर नौजवान पंजाबी सभा और बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से आयोजित कार्यक्रम के दौरान शहीद भगत सिंह की शहादत को याद करते हुए उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस मौके पर राज्य के कानून सह श्रम मंत्री मलय घटक, नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी तथा बर्नपुर नौजवान पंजाबी सभा के अध्यक्ष अजीत सिंह, सचिव रघुबीर सिंह, जेनरल सेक्रेटरी रणजीत घई, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जसवंत सिंह, पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह, गजेन्द्र सिंह बल, मलकीत सिंह, देवेंद्र मलहोत्रा, रणजीत सिंह डोल सहित तमाम सदस्य उपस्थित थे। इस मौके पर मंत्री मलय घटक ने कहा कि आज शहीद ए आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहीदी दिवस है। आज ही के दिन अंग्रेज शासको ने उन्हें फांसी पर लटका दिया था। लेकिन भले ही भगत सिंह को फांसी पर लटका दिया गया हो, लेकिन उनके आदर्शों और समाज और विकास का नौजवानों के प्रति उनका जो संदेश है, उसे फांसी पर नहीं लटकाया जा सकता। उसकी मृत्यु नहीं है। वह संदेश वह जज्बा अमर है, वह खुद को बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं कि आज इस कार्यक्रम में वह शामिल हो सके और भगत सिंह को वह श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने नौजवान पीढ़ी से भगत सिंह के आदर्शों को अपने जीवन में सम्मिलित करने का आवाहन किया। वहीं निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी ने भी कहा कि भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से ही भारत आजाद हुआ। वह न सिर्फ एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि वह एक राष्ट्र नेता थे। समाज और राष्ट्र के निर्माण के प्रति उनकी जो सोच थी। उसे सोच को सामने रखते हुए सभी को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। तभी हम एक सशक्त देश और समाज का निर्माण कर पाएंगे। इस मौके पर बर्नपुर नौजवान कमेटी के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों गन संगठन तथा आसनसोल नगर निगम और डीवाईएफआई की तरफ से भी भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की शहादत को याद किया गया।भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की फांसी 24 मार्च को होने वाली थी मगर 23 मार्च को ही फांसी दी गई। इसे लेकर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई है। उस फिल्म को मौके पर देखा गया।