पूर्व रेलवे प्रमोटी अधिकारी संघ की कार्यकारी समिति की बैठक कोलकाता में आयोजित
कोलकाता । पूर्व रेलवे प्रमोटी अधिकारी संघ (ईआरपीओए) की कार्यकारी समिति की बैठक शुक्रवार को कोलकाता के फेयरली प्लेस में आयोजित की गई। बैठक में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर, अतिरिक्त महाप्रबंधक सुमित सरकार, प्रमुख वित्तीय सलाहकार शरत भाटिया, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जरीना फिरदौसी के साथ-साथ पूर्व रेलवे के अन्य प्रमुख विभागाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और अधिकारीगण की गरिमामयी उपस्थिति रही। बैठक के दौरान पूर्व रेलवे प्रमोटी अधिकारी संघ (ईआरपीओए) के अध्यक्ष अभिजीत रे ने सभी मापदंडों – भौतिक, वित्तीय और मानव संसाधन – पर पूर्व रेलवे के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होंने पदोन्नत अधिकारियों के सामने आने वाले करियर में ठहराव के मुद्दे की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और इसे हतोत्साहन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बताया। फिर भी, उन्होंने आश्वासन दिया कि एसोसिएशन के अधिकारी समर्पण और सकारात्मकता के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखेंगे, ताकि रेलवे को चालू वित्त वर्ष में और भी अधिक लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सके।
भारतीय रेलवे पदोन्नत अधिकारी महासंघ (आईआरपीओएफ) के महासचिव अमित जैन ने पदोन्नति के अवसरों से संबंधित घटनाक्रमों और मंत्रालय स्तर पर वेतन आयोग से संबंधित चल रही चर्चाओं पर विस्तार से बताया। अपने संबोधन में महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर ने नियमों के प्रावधानों के अनुसार योग्य अधिकारियों के लिए समय पर पदोन्नति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रेरणा के लिए और रेलवे की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऐसे कदम आवश्यक हैं।
उन्होंने उपस्थित लोगों को आश्वासन दिया कि उठाई गई चिंताओं की समीक्षा की जाएगी और उचित विचार के लिए मंत्रालय को भेजा जाएगा। उन्होंने पूर्वी रेलवे के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पदोन्नत अधिकारियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट योगदान की भी सराहना की। सत्र के दौरान सेवानिवृत्त अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्हें महाप्रबंधक ने प्रशंसा के प्रतीक के रूप में स्मृति चिन्ह सौंपे। बैठक की शुरुआत ईआरपीओए के महासचिव श्री देवव्रत बोस द्वारा सभी प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत करने के साथ हुई। ईआरपीओए के उपाध्यक्ष कार्तिक सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।