रानीगंज । प्रशिक्षु शिक्षक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के कमी हमेशा की समस्या रही है। सरकारी शिक्षकों की कमी से स्कूल में कई समस्याएँ आती हैं, जैसे कि शिक्षा की गुणवत्ता में कमी, बच्चों को उचित ध्यान न मिलना, और शिक्षकों के लिए अधिक काम का बोझ I छात्रों के सीखने के परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और अंततः देश के समग्र विकास को प्रभावित करता है। विगत कई वर्षों से रोतीबाती हिंदी हाई स्कूल में दुर्गापुर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस और पार्बति टीचर्स ट्रेनी कॉलेज के प्रशिक्षु शिक्षकों के आगमन से कुछ महीनों तक बच्चों एवं विद्यालय के सर्वांगीण विकास संभव हुआ है। प्रशिक्षु शिक्षकों ने न केवल बच्चों को हर प्रकार के शैक्षणिक सहयोग एवं सह पाठयक्रम गतिविधियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम का सफल आयोजन किया है। बल्कि विद्यालय में कार्य करने वाली मिड डे मील सहायिका के विद्यालय के विकास, योगदान और भूमिका के लिए साड़ी वितरण करके एक उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन सचिव गौतम मुखर्जी और सदस्य प्रमोद नोनिया ने उनके विद्यालय में महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। विद्यालय के प्रधानध्यापक कार्तिक माझी और विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षको ने सभी प्रशिक्षु शिक्षकों को प्रशंसा प्रमाणपत्र और मोमेंटो भेट की। इस सुंदर कार्यक्रम का संचालन सतीश कुमार ने सुचारु रूप से किया। इस अवसर पर अवधेश भगत, रामशिस सिंह, मुनीर शमी, समीरण कुंडू, रानु चटर्जी, शालिनी श्रीवास्तव, सीमा कुंडू, चंदन सिंह, सतीश पंडित, सुलेखा कुमारी, ममता राम, दरक्षा अंजुम, प्रशिक्षु शिक्षक बबिता कुमारी, श्यामली कुमारी, खुशबु कुमारी, राहत जहां, पुष्पा कुमारी, पूजा सिंह, दीप शिखा सहित अन्य उपस्थित थी।