विशिष्ट समाजसेवी कृष्णा प्रसाद की मेहनत लाई रंग कल्ला प्रभु छठ घाट पर दिखे अलौकिक दृश्य
आसनसोल । आसनसोल के कल्ला प्रभु छठ घाट पर बीते 44 वर्षों से ली क्लब की ओर से आस्था का महापर्व छठ पूजा का आयोजन किया गया। ली क्लब के सचिव सह शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी व व्यवसायी कृष्णा प्रसाद के तत्वावधान में छठ पूजा का भव्य आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि इस वर्ष तमाम प्राकृतिक आपदाओं के बाद भी इसका आयोजन ऐतिहासिक रहा। देवभूमि उत्तराखंड से लाए गए हजारों लिटर गंगा जल छठव्रतियों में वितरित किया। सुरक्षा के मद्देनजर नजर दो सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा लगाया गया। घाट पर फूलों से सुसज्जित मंच किसी का भी मन मोह लें ऐसी अनुपम छटा बिखर रही थी। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने के उपरांत काशी से आए विद्वान पंडितों ने वाराणसी के गंगा घाट की तर्ज पर आरती की। गुरुवार की सुबह भी उगते सुर्य को अर्घ्य प्रदान करने के बाद इसी तरह की आरती की जाएगी। आज शाम को अर्घ्य प्रदान करने के उपरांत गंगा आरती का जो अलौकिक दृश्य प्रभु छठ घाट पर दिखा उसे यहां मौजुद कोई भी पूरी जिंदगी नहीं भुल पाएगा। जब हमने घाट पर आए कुछ छठव्रतियों से बात की तो उन्होंने कृष्णा प्रसाद की कोशिशों से प्रभु छठ घाट का जो कायाकल्प हुआ है उसके लिए उनको कोटि कोटि धन्यवाद दिया। छठ को आस्था का महापर्व कहा जाता है। चक्रवाती तुफान गुलाब की तबाही के बाद जब सबके मन में इस साल प्रभु छठ घाट पर होने वाले छठ पूजा को लेकर संदेह उत्पन्न हुआ था तो कृष्णा प्रसाद ने सबको विश्वास दिलाया और छठ मईया एवं सूर्य देवता में उनके विश्वास का ही परिणाम है कि आज शिल्पांचलवासियों को प्रभु छठ घाट पर जीवन भर साथ रहने वाले विहंगम दृश्यों को देखने का अवसर मिला। इन विहंगम दृश्यों को आत्मसात करने समाज के हर क्षेत्र के कई गणमान्य लोग भी यहां पंहुचे। इस मौके पर मुख्य अतिथि राज्य के कानून और लोक निर्माण विभाग के मंत्री मलय घटक को उत्तरीय पहनाकर, तुलसी पौधा प्रदान कर सम्मानित किया गया। उसके उपरांत मंत्री मलय घटक ने दीप प्रज्ज्वलित कर, स्व. प्रभु कुशवाहा के तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद देवभूमि से लाये गए गंगा जल को कल्ला प्रभु छठ घाट में अर्पित किया। वहीं मौके पर रक्तदान शिविर भी लगाया गया था। इस मौके पर पांडवेश्वर के विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती, पूर्व विधायक सोहराब अली, रामकृष्ण मिशन के महाराज स्वामी सौमात्मानंद जी महाराज, निगम के प्रशासक अमरनाथ चटर्जी, इस्कॉन मंदिर के नित्यानंद दास प्रभुजी, पूर्व पार्षद वशिमूल हक, आर्य समाज के प्रधान जगदीश प्रदास केडिया, महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, जगदीश शर्मा, सीताराम बागरिया, सियाराम अग्रवाल, प्रताप सिंह, अनिल जालान, मनिंदर कुंद्रा, विजय प्रकाश, रजनीश पांडेय, वरुणमय विश्वास, अमूल दास सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।