दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में एक मरीज की हुई मौत, चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप, हंगामा
दुर्गापुर । दुर्गापुर के शोभापुर स्थित एक निजी अस्पताल में एक मरीज की मौत को लेकर तनाव फैल गया। अंडाल के काजोड़ा निवासी 45 वर्षीय काजल मंडल को तीन दिन पहले पेट दर्द के कारण दुर्गापुर के शोभापुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार सुबह मरीज के परिजनों को सूचना दी गई कि काजल मंडल की अवस्था काफी गंभीर है। परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो देखा कि काजल मंडल बेड पर मृत पड़ा था। मृतक के परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का
आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस का घेराव कर के भी परिवार के लोगों का प्रदर्शन किया। पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों के साथ थोड़ी हाथापाई भी हुई। इलाज में लापरवाही के कारण एक के बाद एक मरीज की लगातार मौतें क्यों हो रही है। इस पर भी सवाल खड़े किए। परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने अस्पताल के
सामने धरना दिया। परिवार के लोगों ने यह भी चेतावनी दी कि जब तक मौत का कारण निर्धारित नहीं हो जाता, तब तक वह धरना जारी रखेंगे। मृतक के परिवार ने दुर्गापुर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। इस संदर्भ में प्रदीप मंडल ने कहा कि आठ तारीख को उसे छाती में दर्द की शिकायत लेकर भर्ती किया गया था। 9 तारीख को चिकित्सक नहीं आये थे । 10 तारीख को चिकित्सक आए थे और कहा था कि मरीज को सात दिनों तक रखने की जरुरत है। मरीज से अच्छे से बात भी हुई थी। सुबह अस्पताल से फोन आया कि मरीज की हालत खराब है और उनको जल्द से जल्द आने को कहा गया। जब वह अस्पताल आए तो पता चला
कि मरीज की मौत चुकी थी। अस्पताल में मरीज के शव के पास चिकित्सक नहीं थे। जब उन्होंने पूछा तो जवाब मिला कि चिकित्सक एक बार ही आते हैं। उन्होंने मरीज की मौत के लिए चिकित्सकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। वहीं निजी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. एसआर घोष ने चिकित्सकीय लापरवाही के आरोपों को खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि मरीज को निउमोनिया था और यही वजह है कि उसकी आज मौत हो गयी। उन्होंने चिकित्सकीय लापरवाही के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि परिजनों को अस्तपाल से मेडिकल रिपोर्ट दे दिया गया है।