महान राजनीतिज्ञ, साहित्यकार, समाजसेवी थे विश्व कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर – कृष्णा प्रसाद
आसनसोल । पूरे विश्व में कवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद का लगाव साहित्य के प्रति भी देखा गया। रवींद्र नाथ टैगोर के जयंती के दिन वह किसी जरूरी कार्य से उत्तर प्रदेश आए हैं। उनके मन में कविगुरु के प्रति इतनी प्रेम भाव जागृत हुआ की वह अपने आप को रोक नहीं सके। उत्तर प्रदेश में कविगुरु के तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उन्होंने ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर को वह अपना मार्ग दर्शन मानते है। रवींद्रनाथ टैगोर महान राजनीतिज्ञ, साहित्यकार व समाजसेवी थे। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर नई-नई उपलब्धियों को प्राप्त करने का ज्ञान प्राप्त किया है। उन्होंने राष्ट्रगान की रचना की। गीतांजलि जैसी श्रेष्ठ पुस्तक पर उन्होंने नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। देश को सुदृढ़ बनाने के लिए उन्होंने लोगों को अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता के प्रति जागरूक किया। अपने सुविचार से उन्होंने देश की राजनीति में भी मार्गदर्शन किया और देश की जनता को एकसूत्र में बंधकर रहने के लिए आह्वान किया। कृष्णा प्रसाद ने आगे कहा कि वर्तमान समय में समाज में जो परिस्थिति चल रही है। युवाओं को गुरुदेव के बताए मार्ग पर चलना होगा। तभी समाज का विकास होगा। वर्तमान समय के युवाओं को उनके साहित्य के प्रति लगाव होनी चाहिए। सनद रहे कि कृष्णा प्रसाद सामाजिक, धार्मिक, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति अनगिनत सराहनीय कार्य किए है। अब वह साहित्य के क्षेत्र में भी अग्रणीय भूमिका निभा रहे है। कृष्णा प्रसाद बहुमुखी प्रतिभा के धनी बन गए हैं।