ईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही है स्क्रैप की चोरी, ईसीएल के सुरक्षा पर उठने लगा आरोप
अंडाल । ईसीएल में विभिन्न स्थानों पर स्क्रैप के सामान पड़े रहते हैं जिसपर चोरों की गिद्ध दृष्टि रहती है। स्क्रैप की सुरक्षा में ईसीएल की तरफ से भी लापरवाही बरती जाती है जिससे चोरों को इन स्क्रैप सामानों पर हाथ साफ करने में काफी आसानी होती है। करीब तीन साल पहले श्रम संगठनों द्वारा इन स्क्रैप सामानों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाई गई थी। लेकिन इसके बाद भी अपराधी बड़ी तादाद में स्क्रैप सामान चुराकर फरार हो गये। अब ईसीएल के कुनस्तोरिया कोलियरी इलाके के परासिया ओसीपी के वर्कशाप से शिफ्टिंग के नाम पर स्क्रैप सामानों की चोरी का मामला सामने आया है। आरोप है कि करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से स्क्रैप की चोरी की जा रही है और वह भी सामान की शिफ्टिंग के नाम पर। यहां तक कि स्थानीय एजेंट तक को स्क्रेप सामान के सही परिमाण का पता नहीं है। जब भी इनसे कुछ पूछा जाता है तो शिफ्टिंग का बहाना बनाकर बात को टाल देते हैं। इस संबंध में
एक व्यक्ति ने बताया कि पिछले एक महीने से यहां लोहे की चोरी हो रही है । उनका अनुमान है कि अबतक सौ टन लोहे की चोरी हो चुकी है। अभी सिर्फ 50 टन के करीब लोहा ही बचा है। चोरी हुए लोहे की कीमत तो वह नहीं बता पाए लेकिन उनका कहना है कि इस पूरे अवैध कारोबार में स्थानीय कोलियरी के एजेंट को अच्छी खासी रकम मिली है। इनका आरोप है कि ठीकेदार के पैड पर एजेंट के जरिए यह चोरी हो रही है। साथ ही उन्होने बताया कि पुरा का पुरा कोलियरी प्रबंधन की इस गोरखधंधे में मिली भगत है। यही वजह है कि पिछले एक महीने से बिना किसी रोकटोक के यह काम चल रहा था। बीते बुधवार यानी
कल स्थानीय लोगों ने एक ट्रक पर लाद ईसीएल का स्क्रेप को पकड़कर प्रशासन को सौंप दिया। उन्होंने कहा कि अंडाल थाना के अधिकारियों ने उनसे काफी अच्छा बर्ताव किया और इस मामले में उचित कानूनी कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस व्यक्ति ने कहा कि यह सारा लोहा जामुड़िया के कारखानों में जाता है । बीते बुधवार को अंडाल के साथ साथ रानीगंज के पंजाबी मोड़ इलाके में भी एक गाड़ी को पकड़ा गया है। इस मामले में स्थानीय एजेंट का कहना है कि पांच नंबर वर्कशाप से जो स्क्रैप लोहे की चोरियां हो रही है। वह वहीं के स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वहां सुरक्षा गार्ड तो है लेकिन सिर्फ एक ही गार्ड की तैनाती की गई है तो उसकी आंख बचाकर लोगों द्वारा चोरी की जा रही है। एक गार्ड के अलावा गश्ती दल भी है। लेकिन इनकी आंखो में धुल झोंककर स्थानीय लोगों द्वारा इन अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि उन्होंने अपने उपर लगे लोहा चोरी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने बताया कि चूकि वर्कशाप से कचरे को हटाने का काम किया जा रहा है तो सिविल कांट्रेक्टर लगाकर बाकायदा चालान बनाकर स्क्रैप लोहे को आमरासोता मे मुख्य डिपो भेजा जा रहा था । उन्होंने कहा कि यहां से कोई माल जामुड़िया या दुर्गापुर नहीं गया है जो भी गया है वह सरकारी नियमों का पालन करते हुए सरकार निर्धारित डिपो में ही गया है। अंडाल थाना द्वारा उनकी गाड़ी को जब्त करने पर इनका कहना था कि गाड़ी में रखे माल का चालान बना हुआ था। उसका वजन भी किया गया था। उसे आमरासोता भेजा जा रहा था। जब स्थानीय आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को लगा कि अब इनके लिए चोरी करना संभव नहीं होगा तो उन्होंने ही थाना को गलत सुचना देकर जब्त करवा दिया। हालांकि जब कोलियरी के अधिकारी थाना गए तो थाना के अधिकारियों ने गाड़ी के कागजात देखकर गाड़ी को छोड़ दिया ।