आसनसोल में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन का उपयोग
आसनसोल । वायु प्रदूषण नियंत्रण या वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए “वायु गुणवत्ता स्टेशन” पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक गार्ड वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन का उपयोग शुरू करने जा रहे हैं। इस ड्रोन का नाम “एयर क्वालिटी सेंसिंग ड्रोन” है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड या पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आसनसोल ने दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय को मदद दी। गुरुवार दोपहर के बाद ऐसे तीन ड्रोन को आसनसोल लाया गया और बोर्ड द्वारा पुलिस को सौंप दिया गया। आज आसनसोल के पुलिस लाइन ग्राउंड में इन ड्रोन का ट्रायल होना था। लेकिन खराब मौसम के कारण यह संभव नहीं हो सका। मालूम हो कि ट्रायल रन शुक्रवार सुबह 11 बजे तक किया जाएगा। इस दिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ परियोजना सहायक सुबीर मंडल और आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के एसीपी (यातायात) प्रदीप कुमार मंडल उपस्थित थे। इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ परियोजना सहायक ने बताया कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए पहले से ही वायु गुणवत्ता स्टेशन स्थापित किये गये हैं। इसका उपयोग प्रदूषण मापदंडों को मापने के लिए किया जाता है। इस बार बोर्ड की ओर से पुलिस को तीन ”एयर क्वालिटी सेंसिंग ड्रोन” दिये गये हैं। ये ड्रोन प्रदूषण बिंदुओं की पहचान करेंगे। यह ड्रोन सटीक पहचान करेगा कि प्रदूषण कहां से आ रहा है। इसमें इनबिल्ट कैमरा भी होगा। इसका एक चेहरा भी होगा। उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर भविष्य में और अधिक सुविधाएँ प्रदान की जा सकती हैं। यह ड्रोन 250 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है और 1 से 2 किलोमीटर तक चक्कर लगा सकता है। पश्चिम बर्दवान जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ अभियंता सुदीप भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसे तीन ड्रोन आज आसनसोल पुलिस को दिये गये। आने वाले दिनों में दुर्गापुर को देने की योजना है।