आसनसोल को भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में स्थान दिलाने के लिए जितेंद्र तिवारी बनाएंगे ग्रीन वॉलिंटियर्स
आसनसोल । आसनसोल के सभी 106 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड से 10 से 15 व्यक्तियों को लेकर एक टीम बनाई जाएगी जिसका नाम ग्रीन वॉलिंटियर्स होगा। जिनका काम आसनसोल में स्वच्छता बनाए रखना, पर्यावरण की देखरेख, पौधारोपण सहित अन्य करना होगा। ताकि एक बार फिर आसनसोल पूरे देश में स्वच्छ शहरों की सूची में अपना नाम दर्ज कर सके। उक्त बातें आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने मंगलवार आसनसोल रेलवे स्टेशन परिसर में पत्रकार सम्मेलन कर पत्रकारों को दी। उन्होंने कहा कि बीते दिनों केंद्र सरकार के म्युनिसिपल अफेयर्स मंत्रालय की तरफ से पूरे देश के विभिन्न शहरों के साफ-सफाई को लेकर एक समीक्षा की गई थी, जिसमें आसनसोल को सबसे गंदे पहले 10 शहरों में शुमार किया गया था। उन्होंने कहा कि यह आसनसोल वासियों के लिए बड़े शर्म की बात है। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि वर्ष 2015 में जब वह मेयर बने थे। तब भी एक समीक्षा निकली थी जिसमें आसनसोल को भारत के सबसे गंदे शहरों में रखा गया था।
इसके बाद वर्ष 2016 की जनवरी में उन्होंने ग्रीन आसनसोल क्लीन आसनसोल नाम से एक योजना की शुरुआत की थी, जिसका परिणाम यह हुआ था कि कुछ ही सालों बाद जब फिर से समीक्षा हुई थी। तब आसनसोल को भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में स्थान मिला था। लेकिन अब फिर आसनसोल भारत के सबसे गंदे शहरों में आ गया है। उन्होंने कहा कि यह आसनसोल के लोगों के लिए बहुत शर्म की बात है। लेकिन शायद आसनसोल नगर निगम के पदाधिकारीयों, जिला प्रशासन के लिए यह शर्म की बात नहीं है। इसलिए आसनसोल को स्वच्छ बनाने को लेकर यह लोग इतने उदासीन हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ स्वछता ही नहीं, आसनसोल के आसपास की नदियों का जो हाल है। वह भी काफी शोचनीय है, इसके लिए उन्होंने आसनसोल नगर निगम को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उनको आसनसोल की बेहतरी या साफ सफाई से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रखते हुए तथा जितेंद्र तिवारी ने कहा कि ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि आसनसोल को सबसे गंदे शहरों में देखकर उनको दर्द हुआ है और इसी के निराकरण के लिए यह कदम उठाए जा रहा है। आसनसोल नगर निगम इस तरफ बिल्कुल उदासीन है। इस संदर्भ में निगम के एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी से बात की तो उन्होंने कहा कि जितेंद्र तिवारी जो यह बात कह रहे हैं वह सरासर गलत है। निगम सभी 106 वार्डों में साफ सफाई को लेकर बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई त्यौहार आता है। तब भी आसनसोल नगर निगम के सभी 106 वार्डों में साफ सफाई की जाती है। वैसे भी नियमित अंतराल पर आसनसोल के सभी 106 वार्डों को साफ सुथरा रखने के लिए आसनसोल नगर निगम हमेशा मुस्तैद रहता है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यो में बंगाल से भी बुरा हाल है। केंद्र सरकार द्वारा जो यह समीक्षा की गई है। उसमें आसनसोल को सिर्फ इसलिए देश के सबसे गंदे 10 शहरों में रखा गया है क्योंकि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और भाजपा तृणमूल कांग्रेस को राजनीतिक रूप से परास्त नहीं कर पा रही है। इसलिए राज्य के लोगों और खासकर आसनसोल के लोगों के मनोबल गिराने के लिए इस तरह का प्रोपेगेंडा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जितेंद्र तिवारी जब खुद मेयर थे। तब आसनसोल का क्या हाल था। आसनसोल बस स्टैंड, स्टेडियम कितना जर्जर था। यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। आज जबकि मेयर विधान उपाध्याय ने अपने चेंबर के दरवाजे हमेशा लोगों के लिए खोल कर रखा है। ताकि कोई भी व्यक्ति अपने किसी भी समस्या के लिए सीधा उन तक पहुंच सकता है, जिससे कि लोगों की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द हो रहा है। वहीं जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल में पत्रकार मित्रों के साथ पौष संक्रांति समारोह में आनंद उठाते दिखे। मौके पर पार्षद गौरव गुप्ता, अभय उपाध्याय, संजय सिंह, राजा मुखर्जी सहित अन्य भाजपा नेता और समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।