महाकुंभ और गंगासागर मेला में जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए निगम ने बनाई विश्राम शिविर
कुल्टी । प्रयागराज में महाकुंभ के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में गंगासागर मेला की ख्याति भी पूरे दुनिया में फैली हुई है। गंगासागर मेला में भी लाखों की संख्या में पुण्यार्थी आते हैं उनके स्वागत के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर आसनसोल नगर निगम के तत्वावधान में बंगाल झारखंड सीमा पर डुबुरडीही चेक पोस्ट के निकट एक विश्राम शिविर का आयोजन किया गया है। गुरुवार विश्राम शिविर का उद्घाटन मेयर विधान उपाध्याय ने किया। इस मौके पर डिप्टी मेयर वशिमूल हक, एमएमआईसी सुब्रत अधिकारी, इंद्राणी मिश्रा, बोरोचेयरमैन शेख शानदार सहित बहुत पार्षद, निगम के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। इस मौके पर मेयर विधान उपाध्याय ने कहा कि गंगासागर मेला का आयोजन किया जाने वाला है जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। डुबुरडीही इलाका झारखंड बंगाल सीमा पर है। इस क्षेत्र से होकर भी श्रद्धालु गंगासागर जाते हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार यहां पर एक शिविर का आयोजन किया गया है। यह शिविर आज से लेकर 15 तारीख तक चलेगा। यहां पर लोगों के लिए चाय, कॉफी, नाश्ता पानी की व्यवस्था है। उनके लिए शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 10 शौचालय बनाए गए हैं और भी बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसके लिए भी रहने की और डॉक्टर का इंतजाम है। यहां पर हर समय डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोगों को सहायता देंगे। इसके अलावा यहां पर रेस्ट रूम भी बनाया गया है। ताकि अगर कोई आराम करना चाहे तो यहां पर आराम भी कर सकता है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग रेस्ट रूम बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमेशा कहा है कि बंगाल सांप्रदायिक सौहार्द की धरती है। यहां पर सभी लोग मिलजुल कर रहते हैं और यह शिविर उसी का एक प्रमाण है। वहीं उपमेयर वशिमुल हक ने भी कहा कि गंगासागर मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जाते हैं। हर साल राज्य सरकार की तरफ से मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी इंतजाम किए जाते हैं। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सड़क मार्ग से जो श्रद्धालु विभिन्न राज्यों से गुजरकर बंगाल में प्रवेश करेंगे। उनके स्वागत के लिए इंतजाम किया जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए यह शिविर लगाया गया है। जहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रकार के इंतजाम किए गए हैं।