अखिल भारतीय नव निर्माण सेना ने ममता बनर्जी को बताया भविष्य का प्रधानमंत्री
आसनसोल । अखिल भारतीय नव निर्माण सेना की तरफ से संगठन के अध्यक्ष बुम्बा मुखर्जी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें पेट्रोल डीजल रसोई गैस सहित तमाम रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में बेताहाशा वृद्धि के खिलाफ आवाज उठाई गई है। इनका कहना है कि मध्यम वर्ग बेहद परेशान हैं। एक तरफ पेट्रोल-डीजल दिन-ब-दिन महंगा होता जा रहा है। दूसरी ओर, ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण दैनिक आवश्यकताओं की कीमतों में हर दिन वृद्धि हो रही है। मध्यम वर्ग की पेशानी पर बल पड़ गया है। निम्न मध्यम वर्ग को इस बात की चिंता सता रही है कि वे भविष्य में इस जीवन संघर्ष में कैसे बचे रहेंगे। साथ ही रसोई गैस के दाम भी बढ़ रहे हैं। जिस तरह से गैस की कीमतें हद से ज्यादा बढ़ रही है, यह एक बुरा सपने जैसा बन गया है कि भविष्य में मध्यम वर्ग या निम्न वर्ग के परिवारों के पास खाने के भी पैसे होंगे या नहीं। इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि हम सामाजिक कार्यकर्ता सोचते हैं कि केंद्र की
सत्तारूढ़ भाजपा सरकार सामान्य मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग के बारे में नहीं सोचती है। वे पूंजीपतियों के सिर्फ एक वर्ग को खुश करने के लिए तरह-तरह के प्रोजेक्ट लेकर आ रहे हैं। अंतत: पूंजीपतियों को ही भाजपा के शासन से लाभ हुआ। हर कोई जानता है कि भाजपा एक के बाद एक राज्य के स्वामित्व वाले उद्योगों को खत्म कर देश को अंत की ओर ले जा रही है। अमीर दिन-ब-दिन अमीर होते गए। निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग गरीबी की तह तक आ गया है। ऐसे में हम समाजसेवी चुप नहीं रह सकते। बीती कोरोना स्थिति में हमने देखा है कि राज्य सरकार राज्य की निम्न मध्यम वर्ग के साथ खड़ी रही है। राज्य सरकार उनके लिए राशन सामग्री से लेकर विभिन्न जनोन्मुखी परियोजनाओं को लाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहती है, ताकि निम्न वर्ग के लोग दो वक्त खा सकें और उनके सिर पर छत हो और यह सरकार भारत की जनता को भविष्य का सपना दिखाती नजर आ रही है। ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल सरकार
भारत के भविष्य की रोल मॉडल बन गई है। इसलिए इस सांकेतिक विरोध के माध्यम से हम यह भी चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आने वाले दिनों में देश के संरक्षक के रूप में कार्यभार संभालें। हमने जनता को पेट्रोल ऋण देकर और अपने सांकेतिक विरोध के माध्यम से अपने वादों को पूरा कर देश का भविष्य तय करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है। अच्छी समझ रखने वाले लोगों के बारे में सोचें। नोट बंदी से लेकर कोरोना की स्थिति। हर बार केंद्र सरकार ने
आम जनता से मुंह फेर लिया है। अम्फान से लेकर विभिन्न आपदाओं तक, वैक्सीन उपलब्ध कराने में केंद्र का हमारे राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किया। इसलिए हमें अब यह भाजपा नहीं चाहिए। हम चाहते हैं कि आने वाले दिनों में ममता बनर्जी देश की नेता बनें। और इसलिए हमें प्रतीकात्मक पेट्रोल ऋण देकर लोगों से वादा मिला। क्योंकि यह वादा भारत के सपने को साकार करेगा।