गुरमत लहर ऑर्गनाइजेशन की ओर से 6वां गुरमत चेतना कैंप का आयोजन 25 से 31 दिसंबर तक
जामुड़िया । जामुड़िया के गोविंद नगर गुरुद्वारा कमेटी हाल में गुरमत लहर ऑर्गनाइजेशन की ओर से एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया। संस्था के रविंद्र सिंह ने बताया साहिबजादा (गुरु गोबिंद सिंह के पुत्र) की शहीदी को समर्पित 6वां गुरमत चेतना कैंप का 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक शिल्पांचल सहित झारखंड के गुरुद्वारों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 25 से 27 दिसंबर को बेनाचट्टी गुरुद्वारा, बर्दवान गुरुद्वारा, कुमारडूबी गुरुद्वारा में 28 से 30 दिसंबर तक गोविन्द नगर गुरद्वारा, बर्नपुर गुरुद्वारा, चितरंजन गुरुद्वारा में आयोजन किया जाएगा। यहां पर सभी गुरुद्वारों के लिए संस्था की तरफ से परिवहन की भी व्यवस्था होगी। सभी कैंपों का आयोजन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। प्रत्येक दिन सुबह 7 बजे से बच्चों को नजदीकी गुरुद्वारा साहिब से लेकर कैंप स्थल पर लाया जाएगा। उसके बाद बच्चों को उनके घर पहुंचा दिया जाएगा। गुरमत लहर ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य सोहन सिंह ने बताया इन सभी कैंपों के बाद इसमें से बच्चों को चयनित कर 31 दिसंबर को आसनसोल के गुरु नानक कम्युनिटी हॉल रामबंधु तालाब में समापन होगा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से इस कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर सेवा और सहयोग का आश्वासन दिया गया है।
संस्था के सदस्य जसवंत सिंह ने बताया कि हमारी जो गुरमत लहर ऑर्गनाइजेशन है उनका एक ही मकसद है जहां हम किताबी पढ़ाई के साथ हमें अपनी संस्कृति के साथ धर्म की जानकारी भी चाहिए तभी एक हम लोग अच्छा इंसान बन सकेंगे। हमारे बच्चों को नशा मुक्त और एक अच्छी संगत से जोड़ने का प्रयास है। यहां पर गुरबाणी, सिख मार्शल आर्ट, दस्तार पगड़ी बांधने का प्रशिक्षण देने के लिए पंजाब से विशेष कोच आ रहे है। सतनाम सिंह ने कहा कि बर्दवान, कुमार डूबी, बेनाचिटी, गोविंद नगर ,बर्नपुर, आसनसोल गुरुद्वारा, चितरंजन गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ-साथ शिल्पांचल एवं झारखंड की समूह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं जो इसमें हम लोगों को बहुत ही सहयोग कर रहे हैं। इस प्रेस वार्ता में चितरंजन से अमरजीत सिंह, निंघा से राजा सिंह, पानागढ़ से मनजीत सिंह, हरजीत सिंह, गायघाट से बलकार सिंह, पाल सिंह, आसनसोल से चरणजीत सिंह, बनपुर से रविंद्र सिंह, सतनाम सिंह, जसवंत सिंह, हरप्रीत सिंह, गोविंद नगर से गीता कौर, प्रताप सिंह, सोहन सिंह, मोहन सिंह के साथ अन्य सदस्य मौजूद थे।